Coronavirus Lockdown Day 4: हिसार में मेडिकल स्टाफ भी होंगे आइसोलेट, धर्मशाला आइसोलेशन वार्ड में तब्दील
हिसार में मेडिकल स्टाफ को आइसोलेट किया जाएगा। इसके लिए धर्मशाला को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया गया है। वहीं अकेले रहने वाले वृद्धजनों दिव्यांगों को दो समय भोजन मिलेगा।
हिसार, जेएनएन। कोरोना के उपचार में दिन रात लगे मेडिकल कर्मियों को आइसोलेशन में रखने के लिए सिविल अस्पताल के समीप धर्मशाला चिन्हित की हैं। जहां चिकित्सक या मेडिकल स्टॉफ आराम कर सकते हैं। इन कमरों में चिकित्सक काम समाप्त करने के बाद 14 दिन तक रोजाना यहां रह सकेंगे। वहीं चिकित्सकों की सहायता के लिए प्रशासन ने धन्वंतरी सेवा शुरू की है, जिसके तहत अगर किसी चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों के परिजनों को राशन की आवश्यकता पड़ती है तो उनकी मदद के लिए रेडक्रॉस की टीम उनके घरों तक राशन की होम डिलीवरी करेगी। क्योंकि चिकित्सक, नर्सें, वार्ड ब्वॉयज अपने अस्पतालों में कार्य कर रहे हैं और वह घर पर भी नहीं जा पा रहे।
ऐसे लोगों की मदद के लिए प्रशासन ने सिविल अस्पताल से लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ मिलकर मदद की तैयारी की है। इसके लिये चिकित्सकों के परिवार रेडक्रॉस के व्हाट्सएप नंबर 9992220950 पर आवश्यक राशन सामग्री की सूची व अपना पता इस नंबर पर भी व्हाट्सएप करेंगे। इसके बाद रेडक्रॉस स्वयंसेवक घर पर राशन पहुंचाएगा और भुगतान लेगा।
अकेले रहने वाले बुजुर्गों को मिलेगी दो टाइम की डाइट
जिले में अकेले रह रहे बुजुर्गों व दिव्यांगजन भूखा न सोए इसके लिए भी प्रबंध किया गया है। प्रशासन डिमांड पर 25 रुपये की एक डाइट मुहैया कराएगा। जिस भी वृद्ध या दिव्यांग को यह डाइट लॉकडाउन के दौरान लेनी होगी उसके लिए उन्हें पहले ही फोन कर डाइट की बुकिंग करानी होगी। इसके प्रचार के लिये शनिवार से फीड में सभी स्थानों पर होर्डिंग, पोस्टर व पंफ्लेट वितरित कराए जाएंगे। लाउड स्पीकर के जरिये लोगों को इन सेवाओं के नंबरों की जानकारी भी दी जाएगी।
धर्मशालाओं, पीजी में फंसे लोगों की सहायता को बढ़े हाथ
धर्मशालाओं, पीजी तथा अन्य स्थानों पर फंसे शहर से बाहर के लोगों को रियायती दामों पर भोजन पहुंचाने के लिए लोगों का सहयोग मिलने लगा है। सेंट जोसेफ स्कूल के निदेशक अनिल मान ने मोबाइल नम्बर 92548-44555 जारी करते हुए कहा है कि धर्मशालाओं, पीजी तथा अन्य स्थानों पर फंसे शहर से बाहर के लोगों को वे 25 रुपये प्रति डाइट उनके घर-द्वार पर भोजन पहुंचाएंगे। भोजन में दाल, मौसमी सब्जी, 4 रोटी तथा एक पीस मीठा होगा। उन्होंने कहा कि दोपहर के भोजन के लिए सुबह 10 बजे से पहले तथा रात्रि के भोजन के लिए दोपहर 2 बजे से पहले मोबाइल नम्बर 92548-44555 पर आर्डर करना होगा। उन्होंने कहा कि केवल धर्मशालाओं, पीजी तथा अन्य स्थानों पर फंसे शहर से बाहर के लोगों द्वारा ही आर्डर किया जा सकेगा क्योंकि उनकी क्षमता 300 खाने के पैकेट प्रतिदिन की है।
बाहर के श्रमिकों की रेडक्रॉस कर रहा मदद
जिले में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे इसकी जिम्मेदारी रेडक्रॉस को दी गई है। जो भी श्रमिक या अन्य व्यक्ति हो भोजन लेने में सक्षम नहीं है उन्हें भोजन भी प्रशासन मुहैया करा रहा है। इसके साथ अगर कोई पैदल अपने घरों को जा रहा है तो उसे रेस्क्यू कर प्रशासन खाना खिलाकर धर्मशालाओं में उनके रुकने का इंतजार कर रहा है। इसके साथ ही सरल पोर्टल पर ई-पास की सुविधा भी शुरू कर दी है।
प्रशासन की जनता से अपील
उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने लोगों से अपील की है कि वह अधिक से अधिक घरों में ही रहें। लोग अपने आस पास यह ध्यान रखें कि कोई भूखा न सोए। अगर किसी को भोजन आदि की दिक्कत है तो वह कंट्रोल रूम या दूसरी सहायता नंबरों पर कॉल कर उन लोगों के बारे में बता सकते हैं। अगर लोग इन लोगों की मदद करना चाहते हैं तो वह मदद कर सकते हैं।
सभी एरिया के लिए इंसीडेंट कमांडर किए तैनात
प्रशासन ने जिले के सभी क्षेत्रों के लिये एरिया कमांडर तैनात किये हैं। इनमें प्रशासन के पुलिस के अधिकारी शामिल हैं। यह अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर हर दिन लॉकडाउन की स्थिति का निरीक्षण करेंगे। अगर कहीं कमी पाई जाती है तो उसे ठीक भी कराएंगे। इस पूरी प्रक्रिया में सहयोग की अपील के साथ आगे बढ़ने के लिये कहा गया है।
कोई भी किसी मंडी में बेच सकता है सब्जियां
किसानों से अपील की गई है कि अगर वह अपनी खेतों की ताजी सब्जियां या दूसरा अनाज मंडियों तक हर दिन सप्लाई करना चाहते हैं तो वह भी अब आ जा सकते हैं। वहीं किसानों को बीज व फर्टीलाइजर घरों तक पहुंचाने की योजना पर प्रशासन काम कर रहा है। जल्द ही किसानों के घरों पर ही ऑन डिमांड यह वस्तुएं भिजवाई जाएंगी।