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नगर निगम में नो-एंट्री के आदेश पर मेयर व पार्षद एकजुट, भ्रष्टाचार जांच के लिए लिखा पत्र

हिसार नगर निगम में गृहकर शाखा में पार्षदों की नो-एंट्री मामले ने तूल पकड़ लिया है। सम्मान की लड़ाई में पार्षद एक बार फिर नगर निगम में एकजुट हुए। मेयर गौतम सरदाना की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में बैठक हुई जिसमें पार्षद बोले कि पार्षदों का अपमान सहन नहीं होगा

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 08:15 PM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 08:15 PM (IST)
नगर निगम में नो-एंट्री के आदेश पर मेयर व पार्षद एकजुट, भ्रष्टाचार जांच के लिए लिखा पत्र
हिसार नगर निगम में गृहकर शाखा में पार्षदों की नो-एंट्री मामले ने तूल पकड़ लिया

हिसार, जेएनएन। हिसार नगर निगम में गृहकर शाखा में पार्षदों की नो-एंट्री मामले ने तूल पकड़ लिया है। सम्मान की लड़ाई में पार्षद एक बार फिर नगर निगम में एकजुट हुए। मेयर गौतम सरदाना की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में बैठक हुई, जिसमें पार्षद बोले कि पार्षदों का अपमान सहन नहीं होगा, जिम्मेदार अफसर माफी मांगें। शहर की जनता भी पार्षदों के समर्थन में आ गई है। उधर मेयर ने आमजन की शिकायत पर सुबूत के साथ कमिश्नर को गृहकर शाखा की जांच के लिए पत्र भेजा है। वहीं इस मामले में नगर पालिक कर्मचारी यूनियन प्रधान प्रवीन कुमार ने कहा कि कमिश्नर ने आश्वासन दिया है कि ताला लगाने वाले पार्षद पर एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी। कमिश्नर के आश्वासन पर 24 सितंबर की हड़ताल स्थगित कर दी है।

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बैठक में दोनों पार्षदों ने बताया ताला लगाने का घटनाक्रम

मेयर की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्षद अमित ग्रोवर और पार्षद जगमोहन मित्तल ने मेयर व पार्षदों के सामने अपनी बात रखी। पार्षद अमित ग्रोवर ने बताया कि क्यों गृहकर शाखा के गेट पर ताला लगाया। ग्रोवर ने पार्षदों के बीच पूरा घटनाक्रम बताया कि कल मैं, पार्षद जगमोहन मित्तल के साथ वार्ड के लोगों की गृहकर की फाइल जो पिछले लम्बे समय से दी गई थी। उसकी जानकारी लेने गृहकर कार्यालय में गया था। कर्मचारी ने हमें अंदर नहीं जाने दिया। हमारे साथ बुजुर्ग व आमजन अपना कार्य करवाने के लिए खड़े थे व उनके कार्य के लिए कर्मचारियों से कई बार गुहार लगाई। हमने करीब एक घंटा वहां इंतजार किया, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। जनता का दर्द देखकर ताला लगाया। ईओ अमन ढांडा के आश्वासन आए और बोले काम हो जाएगा। उनके आश्वासन पर ताला खोल दिया। इस घटनाक्रम में किसी अधिकारी या कर्मचारी से ना तो व्यक्तिगत कोई कहासुनी हुई और न ही अन्य कोई विवाद हुआ और मामला ईओ के आश्वासन पर ही समाप्त हो गया था।

जनता का सवाल : विधायक और सांसद क्यों हैं मौन

पार्षदों के सम्मान की लड़ाई में अब शहरवासी भी समर्थन में आ गए हैं। पीएलए आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी सतपाल ङ्क्षसह ठाकुर ने मीडिया को जारी बयान में कहा विधायक और सांसद मौन क्यों हैं। निगम अफसरों व कर्मचारियों की कार्यप्रणाली के कारण शहर की जनता परेशान है। जनता का क्या कसूर है। हालात ये हैं कि 70 या 80 साल के सीनियर सिटीजन इन कर्मचारियों के आगे हाथ जोड़ते मिलते हैं। उस टाइम हमें बड़ी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है, परन्तु सरकारी कर्मचारी उनको अनदेखा कर देते हैं। खून खोल उठता है हमारा, परंतु कुछ नहीं कर सकते। हमारी भारत सरकार व राज्य सरकार से मांग है कि निगम में हस्तक्षेप कर जनता की समस्याओं का समाधान करवाए। उधर सेक्टर 9-11 वासियों ने मीङ्क्षटग की, जिसमें पार्षद अमित ग्रोवर और पार्षद जगमोहन मित्तल के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की मांग पर निगम प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट किया गया। वार्ड -12 और वार्ड-14 के कई वार्डवासी बोले कि पार्षदों पर कार्रवाई हुई तो धरने पर बैठेंगे।

जी-8 फर्जीवाड़ा व भ्रष्टाचार के सौंपे सुबूत

शहरवासी तिलकराज ने मेयर को पूर्व में हुए जी-8 के फर्जीवाड़े के सुबूत भेजकर मेयर से कार्रवाई की मांग की। मेयर ने सुबूत के साथ कमिश्नर को पत्र भेजकर गृहकर की जांच के लिए कहा। मेयर के पत्र के अनुसार 2 जी-8 4400 व 4449 नंबर विकास शर्मा को 2014-15 में रसीद बुक जारी की गई थी, जो आरटीआइ संबंधित फीस रसीद के रूप में इस्तेमाल की जानी थी, परन्तु इन रसीदों का प्रयोग जनता के प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाने के नाम पर काटी गई। बाद में ये रसीदें व उनपर लिया गया पैसा जमा करवाया। पोल खुली तो बाद में अंदरखाते 300 रुपये जमा करवाने का खेल खेलकर भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने का प्रयास किया गया। एक जैसे दो नंबर की जी-8 तैयार हुई और इन जी-8 के माध्यम से बड़़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है। इसकी जांच की जाए।

अस्पताल में दाखिल चौकी इंचार्ज

एचएयू चौकी के अंतर्गत नगर निगम आता है। जिस दिन गृहकर शाखा में ताला बंदी का विवाद हुआ, उस दिन चौकी इंचार्ज को हार्ट की दिक्कत हो गई। चौकी इंचार्ज ङ्क्षजदल अस्पताल में दाखिल हैं। उधर सिविल लाइन थाना इंचार्ज ने कहा कि बुधवार को कार्य की व्यवस्था के चलते शिकायत पर जांच नहीं हुई।

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पार्षदों के साथ बैठक हुई है। कमिश्नर को गृहकर शाखा की जांच के लिए पत्र भेजा है। गृहकर शाखा की जांच करवाई जाएगी।

- गौतम सरदाना, मेयर, हिसार।


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