कश्मीर में शहीद हुए लाल को 7 माह के बेटे ने दी मुखाग्नि, अंतिम विदाई पर हर आंख हुई नम
पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी में शहीद हुए भारतीय सेना के जवान भूपेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर उनके गांव बास लाया गया। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
चरखी दादरी, जेएनएन। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा के नौगाम सेक्टर में गत शनिवार को पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलाबारी में देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीद भूपेंद्र का बुधवार को उनके पैतृक गांव बास में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बुधवार सुबह युवाओं के काफिले के साथ भारतीय सेना के जवान शहीद भूपेंद्र के पार्थिव शरीर को लेकर पहुंचे तो गांव में शोक छा गया। अंतिम यात्रा के दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा-भूपेंद्र तेरा नाम रहेगा, भारत माता की जय, शहीद भूपेंद ङ्क्षसह अमर रहे नारों से आकाश गुंजायमान हो उठा। गांव में मंदिर के सामने मैदान में शहीद भूपेंद्र के पार्थिव शरीर की राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई। इस मौके पर भारतीय सेना व हरियाणा पुलिस के जवानों ने मातमी धुन बजाकर तथा हवाई फायर कर शहीद को सलामी दी। शहीद भूपेंद्र के 7 माह के बेटे पूर्व व भाई दीपक ने चिता को मुखाग्नि दी।
भारतीय सेना की तरफ से 327 मध्यम तोपखाना रेजिमेंट के मेजर प्रिंस जॉय फर्नांडिस ने शहीद भूपेंद्र को श्रद्धांजलि दी। शहीद भूपेंद्र भी 327 मध्यम तोपखाना रेजिमेंट में गनर के पद पर तैनात था। भिवानी-महेंद्रगढ़ क्षेत्र से लोकसभा सदस्य धर्मबीर सिंह, दादरी के विधायक सोमबीर सांगवान, उपायुक्त शिवप्रसाद शर्मा, पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा, पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान, पूर्व विधायक राजदीप फौगाट, पूर्व विधायक धर्मपाल सांगवान, भाजपा जिलाध्यक्ष सतेंद्र परमार, डीएसपी बली सिंह, जिला सैनिक बोर्ड से विंग कमांडर एनसी शर्मा ने भी पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद भूपेंद्र को श्रद्धांजलि दी।
दुश्मनों से लेंगे बदला : मेजर प्रिंस
भारतीय सेना की 327 मध्यम तोपखाना रेजिमेंट के मेजर ङ्क्षप्रस जॉय फर्नांडिस ने कहा कि शहीद हम सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत होते हैं। देश फौजी व फौजियों की शहादत पर टिका हुआ है। मेजर ङ्क्षप्रस ने कहा कि शहीद भूपेंद्र की शहादत को किसी भी सूरत में व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। उसका बदला दुश्मनों से जरुर लिया जाएगा।
23 वर्ष की आयु में शहीद हुए भूपेंद्र
दादरी जिले के गांव बास निवासी किसान मलखान ङ्क्षसह का बड़ा बेटा भूपेंद्र सिंह 18 वर्ष की आयु में वर्ष 2015 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। वर्ष 2017 से गनर भूपेंद्र की तैनाती नौगाम सेक्टर में थी। करीब डेढ़ वर्ष पहले भूपेंद्र का विवाह गांव ङ्क्षझझर निवासी रेखा से हुआ था। भूपेंद्र सात माह के एक बेटे का पिता था। बीती 5 सितंबर को भूपेंद्र दुश्मनों से लड़ते हुए 23 वर्ष की आयु में शहीद हो गए।