टिकट पाने की चाह में 10वीं पास नटवरलाल के चंगुल में फंस गए देश के कई बड़े नेता
पुंडरी के पूर्व विधायक व पूर्व बैंक चेयरमैन से ठग चुका है 35 लाख। पुलिस पूछताछ में अपने तीन साथियों के नाम बताए। आरोपित पर जयपुर व जोधपुर में भी दर्ज हैं ठगी के चार मामले।
जेएनएन, हांसी (हिसार) : भाजपा की टिकट दिलाने के नाम पर हांसी के बीजेपी नेता राजेश ठकराल से ठगी का प्रयास करने वाला ठग प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के कई बड़े नेताओं को टिकट के नाम पर करोड़ों रुपये का चूना लगा चुका है। टिकट की चाह में 10वीं पास नटवरलाल के चंगुल में फंसकर ठगी का शिकार होने वालों में भाजपा ही नहीं कांग्रेस के नेता भी शामिल हैं। अमृतसर के रहने वाले शातिर ठग गौरव पर राजस्थान में भी टिकट दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पांच दिनों के रिमांड पर भेजा गया है। पूछताछ में लगी पुलिस के सामने आरोपित ने कई बड़े खुलासे किए हैं, जिन्हें सुनकर पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए। यह ठग प्रदेश के दो नेताओं से टिकट दिलाने के नाम पर 35 लाख रुपये हड़प चुका है।
गौरतलब है कि हांसी के भाजपा नेता राजेश ठकराल से फोन पर एक व्यक्ति ने खुद को देश का जाना माना चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बताते हुए टिकट दिलाने का वादा किया था व इसकी एवज में 11 लाख की डिमांड की थी, जिसे जिला पुलिस व सीआइडी की टीम ने जाल बिछाकर चंडीगढ़ के एक होटल से काबू कर लिया। पुलिस की पूछताछ में युवक ने बताया कि उसने पुंडरी के पूर्व कांग्रेसी विधायक तेजबीर सिंह से टिकट दिलाने के नाम पर 25 लाख रुपये ठगे हैं। इसके अलावा द झज्जर को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन एडवोकेट अजय कुमार अहलावत से भी 10 लाख रुपये हड़प चुका है। रोहतक के अर्बन अस्टेट थाने में कांग्रेसी नेता अजय ने गौरव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा रखा है। गौरव के कब्जे से पुलिस ने दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनमें कई नेताओं के नंबर दर्ज हैं। गौरव ने अपने तीन अन्य साथियों के नाम भी पूछताछ में बताएं हैं। तीनों राजस्थान के रहने वाले हैं और पुलिस इनकी तलाश में जुट गई है।
प्रदेश के कई नेता थे गौरव के रडार पर
राजनेता बेशक अपने आपको कितना समझदार समझें, लेकिन टिकट की चाह ने उन्हें शातिर ठगों के चंगुल में फंसा दिया। कांग्रेस व भाजपा के प्रदेश के कई नेता गौरव के संपर्क में थे लेकिन अन्य नेताओं से वह डील फाइनल कर पाता, इससे पूर्व पुलिस के हत्थे चढ़ गया ही। कई नेताओं के नंबर भी उनके मोबाइल में दर्ज मिले हैं। राजस्थान चुनावों में भी कई नेताओं से वह ठगी कर चुका है व धोखाधड़ी के चार मामले जयपुर व जोधपुर में दर्ज हैं।
फेसबुक से देखता था नेताओं के नंबर
टिकट संभावित नेताओं की सूची वो टीवी चैनल से देखता था और राजनेताओं के मोबाइल नंबर गौरव फेसबुक से उठाता था। यहीं से राजनेता का पूरा प्रोफाइल देखता व उसके बाद उसे अपने जाल में फंसाने के लिए प्लान तैयार करता। नेता को लगे कि वह वास्तव में प्रशांत किशोर ही बोल रहा है, इसके लिए फोन को होल्ड में करके सीएम व मंत्रियों से बातचीत करने का दिखावा करता था।
जाने आखिरकार कौन हैं प्रशात किशाोर
प्रशांत किशोर ने वर्ष 2014 के चुनाव में बीजेपी का चुनाव प्रचार अभियान संभाला था और इस चुनाव मे बीजेपी को रिकार्ड तोड़ जीत हासिल हुई थी। इसके बाद साल 2015 में बिहार के विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर ने नितिश कुमार के चुनाव प्रचार को संभाला था। इसके अलावा प्रशांत किशोर ने आंध्रप्रदेश के जगन मोहन रेड्डी का चुनाव प्रचार संभाला था। बताया जाता है कि प्रशांत किशोर 2021 के पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार का जिम्मा संभालेंगे। वर्तमान में प्रशांत किशोर का हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी से कोई सरोकार नहीं है।