मनोहर लाल बोले- SYL में अकाली दल साथ दे तो मान लेंगे गठबंधन की बात
सीएम ने कहा अगर अकाली दल आज भी हमें एसवाईएल का पानी देने का समर्थन करें तो दो-तीन सीटों पर पार्टी छोडऩे के लिए तैयार हैं लेकिन पहली शर्त कि वे एसवाईएल पर हरियाणा का साथ दें।
सिरसा, जेएनएन। प्रदेश में एसवाईएल का मुद्दा इनेलो पार्टी ने खूब उठाया, मगर जैसे ही इनेलो पार्टी बंटी तो मुद्दा भी गौण हो गया। कई महीनों से एसवाईएल का चर्चा नहीं हो रहा था, मगर अब फिर से एसवाईएल का मुद्दा चर्चा में आ गया। कालांवाली में हुई एक जनसभा में सीएम मनोहर लाल ने एसवाईएल पर बात रखी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा के साथ अकाली दल का गठबंधन न होने का कारण एसवाईएल पर मतभेद हैं। मुख्यमंत्री ने कालांवाली की जनसभा में कहा कि अकाली दल के साथ इसलिए समझौता नहीं किया कि वे एसवाईएल पर मतभेद रखते हैं।
वे आज भी हमें एसवाईएल का पानी देने का समर्थन करें, दो-तीन सीटों पर पार्टी छोडऩे के लिए तैयार हैं लेकिन पहली शर्त कि वे एसवाईएल पर हरियाणा का साथ दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी हमारी पहली आवश्यकता है। हमारे किसान के पास पर्याप्त पानी नहीं है। हमें प्रदेश के किसानों के हित प्यारे हैं। अकाली दल आज घोषणा कर दे कि एसवाईएल में रोड़ा नहीं बनेंगे नहर बनवा देंगे तो वे अपने कालांवाली को छोड़कर अपना उम्मीदवार वापस ले सकते हैं। मुख्यमंत्री ने यहां यह भी कहा कि उन्हें अकाली दल की नहीं बल्कि प्रदेश की चिंता है।
पार्टी प्रत्याशी बलकौर सिंह के समर्थन में कालांवाली की अनाज मंडी में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सत्ता में आए तो समान विकास की बात की तो विपक्ष के लोगों ने उन्हें अनाड़ी करार दिया और कहा कि छह माह सरकार नहीं चला पाएंगे। लेकिन सरकार के काम करने के तरीके से जनता खुश हुई। बिना भेदभाव के जब काम हुए तो विपक्ष को भी लगा कि राजकाज करने का तरीका सही है।
मुख्यमंत्री ने यहां यह भी कहा कि आज चुनाव सच और झूठ, न्याय और अन्याय तथा ईमानदार और भ्रष्टाचार के बीच हो रहा है। एक तरफ वो सरकार है जिन्होंने भ्रष्टाचार नहीं होने दिया। न्याय का साथ दिया और झूठ नहीं चलने दिया। यहां उन्होंने विपक्ष पर भी तीखे हमले बोले और कांग्रेस का उल्लेख करते हुए कहा कि पंचायत और नगर परिषद में पढ़ा-लिखा सिस्टम लेकर आए और अब वे इसे खत्म करने की बात करते हैं।