ग्रोवर बोले- बलराज कुंडू के पास 7000 करोड़ की संपत्ति कहां से आई, कुंडू बोले- अनपढ़ आदमी है
निर्दलीय विधायक कुंडू ने ग्रोवर को बताया था भ्रष्टाचारी। विदेश से लौटने के बाद मनीष ग्रोवर ने दिया जवाब। अब कुंडू बोले दो से तीन दिन 600 सौ करोड़ के घोटाला उजागर करूंगा।
रोहतक, जेएनएन। महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू और बीजेपी के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के बीच सियासी हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा हे। बलराज कुंडू द्वारा ग्रोवर पर भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाए जाने के बाद अब पूर्व मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर ने पलटवार किया। ग्रोवर ने कहा बीते साल राखी के त्योहार पर बलराज कुंडू ने खुद के पास 7000 करोड़ की संपत्ति होने का दावा किया था। जवाब मांगते हुए पूर्व मंत्री ने महम विधायक कुंडू से पूछा है कि अब वह बताएं कि आखिर उनके पास इतनी संपत्ति कहां से आई। कुंडू को नसीहत देते हुए कहा कि वह मेरी फिक्र करना छोड़ें, महम की जनता की चिंता करें। वहीं अब सोमवार को रोहतक में विधायक बलराज कुंडू ने मनीष ग्रोवर पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा ऐसे व्यक्ति का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। विधानसभा में यह मामला उठाया जायेगा। ग्रोवर की ओर इशारा करते हुए कहा कि अनपढ़ व्यक्ति नारियल तोड़ रहा है और मेयर ताली बजाते हैं। इसके अलावा यह भी कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन में मारे गए युवकों के लिए मनीष ग्रोवर जिम्मेदार है। इसके लिए मैं फांसी की मांग करूंगा। वहीं आने वाले 2 या 3 दिन में बड़ा खुलासा करूंगा। मनीष ग्रोवर ने 600 करोड़ रुपये के घोटाले कर रखे हैं। यह भी कहा कि मैं हवा-हवाई बातें नहीं करता हूं। साक्ष्यों के साथ सभी सवालों का जवाब ठोककर और खुले तौर से दूंगा। वहीं वकीलों ने ग्रोवर के खिलाफ लड़ाई में समर्थन का आश्वासन दिया है। बलराज कुंडू जिला बार में आये थे।
वहीं रविवार को विदेश से लौटने के बाद पूर्व मंत्री ग्रोवर रविवार को झज्जर रोड स्थित एक निजी बैंक्वेट हाल में आयोजित नागरिकता संशोधन कानून-2019 के जन जागरण कार्यक्रम में पत्रकारों से रूबरू हुए। पूर्व सहकारिता मंत्री ग्रोवर ने पत्रकारों के सवालों का खुलकर जवाब दिया और कुंडू की संपत्ति का ब्योरा मांगा है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोप लगाने की बजाय महम की जनता ने उन्हें विधायक चुना है, इसलिए महम के लोगों की समस्याएं निस्तारित कराने पर ध्यान दें।
कुंडू द्वारा लगाए गए आरोपों के सवाल पर कहा कि वह हर जांच के लिए तैयार हैं, आरोपों से उनका कोई लेना-देना नहीं है। अगर आवाज उठानी थी तो जब भाजपा में थे तो संगठन में क्यों नहीं आवाज उठाई। ग्रोवर ने कहा कि कुंडू की 40 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस का कोई सार नहीं था। पहले खुद कुंडू उन्हें अपने कार्यक्रमों में बुलाते थे, तब कसीदे गढ़ते थे, लेकिन एकाएक उनका हृदय परिवर्तन क्यों हुआ इसका जवाब वही दे सकेंगे।
हमारे संगठन में ऊपर से नीचे तक होती है सुनवाई
पूर्व मंत्री ने भाजपा को ऐसा संगठन बताया जहां ऊपर से नीचे तक सुनवाई होती है। यह भी कहा कि यदि कुंडू को लगता था कि ऐसा गलत हो रहा है तो संगठन के समक्ष मामला रखते, लेकिन कुंडू ने ऐसा नहीं किया। खुद पर लगाए गए गए आरोपों पर कहा कि इससे पहले करण दलाल भी ऐसे ही सवाल उठाते थे। उन्होंने यह भी कहा कि कुंडू ने अपने वाट्सएप पर अभी तक मेरी तस्वीर लगा रखी है। लोकतंत्र में सभी के लिए आजादी है, कुंडू को जहां आवाज उठानी है उठाएं।