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जवानी में किया अपराध, बुढ़ापे में पकड़ा गया, 28 साल पहले हरियाणा में किया था दुष्‍कर्म

पंजाब के एक व्‍यक्ति ने जवानी में अपराध किया और फरार हो गया लेकिन 28 साल बाद बुढ़ापे में हरियाणा में पकड़ा गया। उसने एक लडकी का अपहरण कर उससे दुष्‍कर्म किया था।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 11:52 AM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 11:52 AM (IST)
जवानी में किया अपराध, बुढ़ापे में पकड़ा गया, 28 साल पहले हरियाणा में किया था दुष्‍कर्म
जवानी में किया अपराध, बुढ़ापे में पकड़ा गया, 28 साल पहले हरियाणा में किया था दुष्‍कर्म

रतिया (फतेहाबाद), जेएनएन। पंजाब के एक व्यक्ति ने युवावस्था में अपराध किया और अब 28 साल बाद पकड़ा गया।  पुलिस ने गांव कुलां के पास अदालत द्वारा घोषित किए गए इस भगोड़े को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस आरोपित को पिछले 28 साल ढूंढ रही थी। अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित किया था। आरोपित पंजाब के जिला पटियाला के समाना निवासी देव सिंह उर्फ देवा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया और रिमांड पर लिया है।

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आरोपित पटियाला जिले के समाना का है रहने वाला, अगवा की दुष्कर्म के मामले में भगौड़ा था

टोहाना सदर पुलिस ने 18 मई 1992 को गांव लाली के एक व्यक्ति की शिकायत पर देव सिंह के अलावा पांच अन्य आरोपितों के खिलाफ लड़की के अपहरण के साथ-साथ कथित दुष्कर्म करने तथा आर्म्‍स एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। उस दौरान पुलिस ने उपरोक्त मामले में नामित तीन आरोपितों पंजाब के पटियाला जिले के गांव चैना वाली के डिस्सा व गुरमेल सिंह तथा झंनीर निवासी लाभ सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। देव कुमार के अलावा एक अन्य आरोपित जगमेल फरार चल रहा था। अदालत ने 7 जून 1993 को इन आरोपितों को भगोड़ा घोषित कर दिया था।

टाेहना सदर थाना पुलिस ने बताया कि रात में सदर थाना के सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह के साथ ईएसआइ लाभ ङसिंह व चरणजीत आदि अपनी प्राइवेट गाड़ी में टोहाना क्षेत्र की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान उन्होंने गांव कुलां के बा स्टैंड पर एक व्यक्ति को देखा और संदेह होने पर उससे पूछताछ की। वह पूछताछ में ठीक तरीके से जवाब नहीं दे रहा था तो पुलिसकर्मियों को शक हुआ। पूछताछ में ठीक से जवाब देने मेंउ वह आनाकानी कर रहा था।

 इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसकी तलाशी ली तो आधार कार्ड मिला। आधार कार्ड से उसकी पहचान हुईफ पुलिसकर्मियों ने सख्‍ती से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ। उसने पुलिस के समक्ष वर्ष 1992 में अपने खिलाफ दर्ज केस की जानकारी दी।  पुलिस की पकड़ से बचने के लिए वह निरंतर एक से दूसरे क्षेत्र में रह रहा था।

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