एचआइवीग्रस्त युवक का स्वाइन फ्लू का सैंपल लेने बारे परिजनों को तीन दिन से टरका रही जिला मलेरिया शाखा
जागरण संवाददाता, हिसार : शहर के एचआइवीग्रस्त एक युवक के परिजनों को उसका स्वाइन फ्लू का सैंपल देने के
जागरण संवाददाता, हिसार : शहर के एचआइवीग्रस्त एक युवक के परिजनों को उसका स्वाइन फ्लू का सैंपल देने के लिए भटकना पड़ रहा है। युवक के परिजन तीन दिन से सिविल अस्पताल की जिला मलेरिया शाखा कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। युवक की बुजुर्ग मां शुक्रवार को शाखा कार्यालय में आई तो स्टाफ ने उन्हें नसीहत देकर टरका दिया। स्टाफ के रवैये से संभावित स्वाइन फ्लू रोगी को खतरा बढ़ गया है।
शहर के एक मोहल्ले की वृद्धा ने बताया कि मेरा बेटा चार दिन से एक निजी अस्पताल में दाखिल है। उसे खांसी और बुखार होने पर दाखिल कराया था। डाक्टर ने स्वाइन फ्लू आशंकित बताकर उसका सैंपल जिला मलेरिया शाखा में देने की बात कही थी। इस पर वह शुक्रवार को एचआइवीग्रस्त बेटे का आशंकित स्वाइन फ्लू का सैंपल देने सिविल अस्पताल की जिला मलेरिया शाखा में पहुंची। मगर वहां तैनात कर्मचारी ने उसे सलाह देते हुए सैंपल लेने से साफ मना कर दिया। वह मायूस होकर निजी अस्पताल में वापस आ गई। मलेरिया शाखा स्टाफ की संवेदनहीनता का पता चलने पर निजी अस्पताल से डाक्टर खुद मलेरिया शाखा कार्यालय में पहुंचे। डाक्टर ने स्टाफ सदस्य को मामले की नजाकत समझाते हुए सैंपल लेने का अनुरोध किया। मगर स्टाफ सदस्य ने इनकार कर दिया। तब उसने स्टाफ सदस्य को खरी-खोटी सुनानी शुरू की। इस पर शाखा के स्टाफ ने उसे टेमीफ्लू की टेबलेट देकर पीछा छुड़ा लिया।
उधर दैनिक जागरण ने इस संबंध में सीएमओ डॉ. दयांनद और जिला मलेरिया शाखा प्रभारी डा. जया गोयल के मोबाइल फोन पर संपर्क किया गया, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हो सके। पहले से बीमार के लिए नुकसानदेह है स्वाइन फ्लू
स्वाइन फ्लू साधारण आदमी की अपेक्षा बीमार आदमी के लिए ज्यादा नुकसानदेह होता है। यह रोग शुगर, गर्भवती महिलाएं, अस्थमा, टीबी, एड्स और अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के लिए अधिक नुकसान वाला होता है। जिला में स्वाइन फ्लू से अब तक 18 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं और इसके रोगियों का आंकड़ा 300 से पार है।