हिसार एस्ट्रोटर्फ को इंटरनेशनल बनाने के लिए प्राथमिक चरण में नहीं मिली फिजिब्लिटी, जमीन की दरकार
खेल विभाग की ओर से इंटरनेशनल एस्ट्रोटर्फ के लिए देखी जा रही संभावनाएं जमीन की कमी में डगमगा रही है। उधर शहरवासी खेल प्रेमी योगराज शर्मा ने प्रदेश मुख्यमंत्री को मांगपत्र भेजकर एस्ट्रोटर्फ के साथ लगती (एचएयू) की जमीन की मांग की ताकि इंटरनेशनल स्तर का एस्टोट्रर्फ तैयार हो सके।
हिसार, जेएनएन। हिसार एस्ट्रोटर्फ को इंटरनेशनल बनाने में जमीन की कमी बाधा बन रही है। खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण कुमार बेनीवाल ने इंटरनेशनल एस्ट्रोटर्फ निर्माण की संभावना के लिए शुरु की विभागीय कार्रवाई की प्राथमिक जांच में फिजिब्लिटी नहीं होने की बात कही। उनका कहना है कि केवल एक एस्टोट्रर्फ बनाना ही इंटरनेशनल स्तर नहीं है। बल्कि इंटरनेशनल मानकों के अनुसार इंटरनेशनल एस्ट्रोटर्फ के अलावा वहां पर पार्किंग सुविधा से लेकर एक पर्याप्त ओपन स्पेस और दर्शकों के बैठने के स्थान का निर्माण करने के लिए भी पर्याप्त जमीन होनी चाहिए। ऐसे में हमारे पास जो पर्याप्त जमीन है बची हुई है उसमें केवल दर्शकों के बैठने के लिए और पार्किंग की व्यवस्था ही मौजूदा स्थिति के लिए बनाना उचित होगा।
ऐसे में खेल विभाग की ओर से इंटरनेशनल एस्ट्रोटर्फ के लिए देखी जा रही संभावनाएं जमीन की कमी में डगमगा रही है। उधर शहरवासी खेल प्रेमी योगराज शर्मा ने प्रदेश मुख्यमंत्री को मांगपत्र भेजकर एस्ट्रोटर्फ के साथ लगती हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) की ओर जमीन की मांग की ताकि देश का एक बेहतरीन इंटरनेशनल स्तर का एस्टोट्रर्फ तैयार हो सके। और भविष्य में यहां हाॅकी वर्ल्ड कप हो सके। ऐसे में अब जमीन को लेकर इंटरनेशनल एस्ट्रोटर्फ का प्रपोजल ठंडे बस्ते में जाने की संभावना बढ़ रही है। अब मामला प्रदेश मुख्यमंत्री के हाथ में है।
ये है मामला
खेल प्रेमी योगराज शर्मा हिसार में इंटरनेशनल एस्ट्रोटर्फ बनाने की दिशा में प्रयासरत है। उसके प्रयास रंग भी लाए और हिसार में एस्ट्रोटर्फ निर्माण में योगराज शर्मा प्रयास भी अहम रहे। वहीं अब इस स्टेडियम को इंटरनेशनल स्तर का बनाने के लिए लंबे समय से जमीन की मांग के लिए मंत्री से लेकर प्रशासनिक अफसरों तक के चक्कर काट रहा है। उसके प्रयास रंग भी ला रहे है। वर्तमान में स्थानीय विधायक डाक्टर कमल गुप्ता ने फरवरी माह में एस्ट्रोटर्फ का निरीक्षण और उपायुक्त को यहां इंटरनेशनल स्तर का एस्टोट्रर्फ की फिजिबिलिटी के संबंध में कमेटी गठित कर सर्वे के आदेश दिए। उसी कड़ी में अब खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी ने फिजिबिलिटी के लिए कार्य किया है।
ये भी जानें :
साज 1989 में हरियाणा महिला हाकी संघ की अध्यक्ष कृष्णा संपत सिंह ने हिसार में सब जूनियर बालिका हॉकी नेशनल चैंपियनशिप के मौके पर एस्ट्रोटर्फ की मांग उठाई। जनवरी 2002 को हिसार में राष्ट्रीय युवा महोत्सव कार्यक्रम में तत्कालीन केंद्रीय खेल मंत्री उमा भारती की घोषणा की। इसके बाद राजकीय महाविद्यालय की 9 एकड़ 7 कनाल 15 मरले जमीन वर्ष 2004 में जिला खेल परिषद के नाम की गई।साल 2011 में रैली में तत्कालीन सीएम चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने घोषणा करते हुए 10 करोड़ में से केन्द्रीय खेल मंत्रालय के ग्रांट के साथ करीब साढ़े सात करोड़ जारी किए। साल 2016 में एस्ट्रोटर्फ को प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कदम बढ़ाया तो भाजपा सरकार ने एस्ट्रोटर्फ बना। फरवरी 2021 विधायक डा. कमल गुप्ता ने मौका निरीक्षण कर डीसी को इंटरनेशनल एस्ट्रोटर्फ की फिजिबिलिटी जांच के आदेश दिए।
----वर्ल्ड कप जैसे आयोजन हिसार में हो इसके लिए मैं 17 साल से प्रयासरत हूं। प्रदेश मुख्यमंत्री से मांग है कि हिसार में वर्ल्ड कप का आयोजन हो सके के लिए इंटरनेशनल एस्टोट्रर्फ निर्माण के लिए एचएयू की जमीन खेल विभाग को दी जाए।
---मौजूदा जमीन जो हमारे पास है उसमें फिलहाल इंटरनेशनल मानकों के अनुसार एस्ट्रोटर्फ का निर्माण करवाना संभव नहीं है। क्योंकि उसमें पार्किंग से लेकर अन्य सुविधाएं भी चाहिए इसके लिए हमें ओर जमीन की तलाश है। प्राथमिक जांच में फिजिबिलिटी रिपोर्ट में जमीन की कमी दर्शाई गई है।
- कृष्ण कुमार बेनीवाल, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी। हिसार।