Makar Sankranti 2021: मकर संक्रांति को लेकर महकने लगी घेवर की सुगंध, लोगों में उत्साह
हलवाइयों की दुकानों पर घेवर के थाल के थाल लगे नजर आ रहे है। जिन हलवाइयों का घेवर प्रसिद्ध उनके यहां शाम तक घेवर बचता नहीं है। साथ के साथ घेवर बिक जाता है। वहीं मकर संक्रांति पर तिल और गुड़ से बनी चीजें भी खूब बिक रही हैं
सिरसा, जेएनएन। मकर संक्रांति पर्व को लेकर घर घर तैयारियां शुरू हो गई। बाजारों में मिठाई की दुकानें में घेवर सजने के साथ बिक्री शुरू हो गई है। इससे बाजार घेवर की सुगंध से महकने लगे हैं। हलवाइयों की दुकानों पर घेवर के थाल के थाल लगे नजर आ रहे हैं। जिन हलवाइयों का घेवर प्रसिद्ध हैं उनके यहां शाम तक घेवर बचता ही नहीं है। साथ के साथ घेवर बनाते ही बिक जाता है। इसी के साथ मकर संक्रांति पर तिल और गुड़ से बनी खाद्य वस्तुओं के दान पुण्य का विशेष महत्व होने पर बाजारों में खरीददारी बढ़ गई है।
घेवर भेजने की परंपरा
मकर संक्रांति पर बहन बेटियों के ससुराल घेवर भेजने की परंपरा है। घर परिवार की महिलाओं ने थालियों में घेवर को सजाकर बहन बेटियों के लिए भेजने शुरू कर दिया है। बाजार में कई किस्म के घेवर देखने को मिल रहे हैं। बाजार में बिना मावा वाला घेवर 200, मावा वाला 300 रुपये प्रति किलो के रेट से बेचा जा रहा है। हलवाई श्यामलाल ने बताया कि ऑन डिमांड देशी घी और मलाई वाला घेवर तैयार किया जाता है। जिसका रेट 400 से 500 रुपये प्रति किलो रहता है।
14 जनवरी को है मकर संक्रांति
मकर संक्रांति बेहद खास संयोग में आ रहा है। इस साल मकर संक्रांति 14 जनवरी को ही पूरे देश में मनाई जाएगी। मकर संक्रांति पर गुड़ से बनी चीजों को खाने खिलाने की परंपरा है। मकर संक्रांति के साथ ही कुंभ स्नान प्रारंभ होगा। इस साल ग्रहों के राजा सूर्य का मकर राशि में आगमन गुरुवार को सुबह 8 बजकर 14 मिनट पर हो रहा है। गुरुवार को संक्रांति होने की वजह से यह नंदा और श्रवण नक्षत्रानुसार महोदरी संक्रांति मानी जाएगी जो व्यापार में लाभदायक और अन्य सभी कार्यों में शुभ रहेगी।