Lockdown : पिता का देहांत होने पर नहीं बुलाई बेटियां, वीडियो कॉल से करवाए अंतिम दर्शन
कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन में कुछ लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं तो कुछ बेहद संजीदा हैं। ऐसा ही एक मामला सिरसा जिले में सामने आया है। जहां जागरुकता की मिसाल देखने को मिली!
सिरसा, जेएनएन। कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन में कुछ लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं तो कुछ बेहद जागरूक हैं। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के सिरसा में सामने आया है। सिरसा में पिता के देहांत के बाद परिवार ने बेटियों को घर नहीं बुलाया और वीडियो कॉल से ही अंतिम दर्शन करवाए और इसके बाद संस्कार कर दिया गया।
आवागमन में किसी भी तरह से संक्रमण न फैल जाए इसको लेकर पूरी तरह से सावधानी बरती गई। दरअसल सिरसा के नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन श्री शनिदेव मंदिर के पुजारी 80 वर्षीय संतलाल भार्गव का शनिवार सुबह निधन हो गया। परिवार ने इसकी सूचना उनकी बेटी गीता, निशा व दोहती सरिता को दी लेकिन आने के बजाय वीडियो कॉल से ही अंतिम दर्शन करने की सलाह दी।
इसके बाद बेटियों को पिता के दर्शन करवाए गए। उनके पुत्र दीपक ने बताया कि लॉकडाउन के कारण उनकी बहनें आ नहीं सकती थी और वापसी जाने में भी परेशानी आती। अगर आ भी जाती तो संक्रमण के कारण दिक्कत हो सकती थी। क्योंकि घर रहने में ही भलाई है। इसलिए परिवार ने वीडियो कॉल से दर्शन करवाने की बात पर सहमति जताई। अंतिम संस्कार के वक्त ही कुछ ही लोग शिवपुरी जा सके क्योंकि शिवपुरी की ओर से यह भी बताया गया था कि कम से कम लोग संस्कार में आए।
बता दें कि एक दिन पहले हिसार में भी इसी तरह का केस सामने आया था। जिसमें भाई की मौत पर छोटे भाई ने घर के बार एक नोटिस चस्पा कर दिया कि लोग कृपया शोक जताने के लिए घर न आएं। आप हमारे दुख में दुखी हैं हम जानते हैं मगर आप अपनी और सभी की सुरक्षा को देखते हुए घर पर ही रहें। इस तरह के केस ही लोगों को जागरुक कर रहे हैं कि आखिर घर पर रहना कितना जरूरी है और कोरोना वायरस से कैसे बचा जा सकता है।