Move to Jagran APP

कोरोना आशंकित मरीजों को हाइड्रोक्सोक्लोरोक्वीन दवाई देने के‍ लिए लिखा पत्र

हरियाणा के नोडल ऑफिसर ने पत्र लिखकर दवाई का प्रयोग करने की मांगी अनुमति। आइसीएमआर की गाइड लाइन के अनुसार हाइड्रोक्सोक्लोरोक्वीन मलेरिया में दी जाती है दवाई

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 08 Apr 2020 02:59 PM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 02:59 PM (IST)
कोरोना आशंकित मरीजों को हाइड्रोक्सोक्लोरोक्वीन दवाई देने के‍ लिए लिखा पत्र
कोरोना आशंकित मरीजों को हाइड्रोक्सोक्लोरोक्वीन दवाई देने के‍ लिए लिखा पत्र

रोहतक [पुनीत शर्मा] कोरोना वायरस के बढ़ते केस और मरीजों को मलेरिया की दवाई से फायदा होने पर अब आशंकित और कोरोना पॉजिटिव मरीजों के उपचार के लिए हाइड्रोक्सोक्लोरोक्वीन (कुनैन) की दवाई का प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए कोरोना के नोडल ट्रीटमेंट सेंटर के प्रभारी डा. ध्रुव चौधरी ने सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखा है। साथ ही अब संबंधित क्षेत्र के अस्पतालों में ही मरीजों का उपचार करते हुए उन्हें दवाई दी जाएगी। गंभीर हालत में ही मरीजों को पीजीआइ में लाया जाएगा।

loksabha election banner

कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते अभी भी लोगों में भय का माहौल है। अभी तक आए पॉजिटिव मरीजों में मलेरिया की दवाई का प्रयोग सफल होने पर अब चिकित्सकों का मरीजों के उपचार में काफी हौसला बढ़ा है। अब प्रदेश के नोडल ट्रीटमेंट सेंटर के प्रभारी और पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआइएमएस) के पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसन विभाग के अध्यक्ष डा. ध्रुव चौधरी ने प्रदेश के सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखा है। साथ ही आह्वान किया है कि प्रत्येक पॉजिटिव मरीज को हाइड्रोक्सोक्लोरोक्वीन गोली का सेवन कराया जाए।

साथ ही निर्देशित किया है कि अपने-अपने क्षेत्रों में बने आइसोलेशन वार्ड में ही मरीजों को भर्ती कर उनका उपचार किया जाए। यदि किसी मरीज की स्थिति अति गंभीर है तो उस स्थिति में ही उसे पीजीआइ रेफर किया जाए। आइसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) ने भी इसके लिए निर्देश जारी किए हैं कि उक्त दवाई का प्रयोग कोरोना के पॉजिटिव मरीजों पर किया जा सकता है।

गोली देने के बाद मरीज का रखना होगा ध्यान

हाइड्रोक्सोक्लोरोक्वीन दवाई से कई बार मरीजों को परेशानी भी होती है। ऐसे में चिकित्सकों के लिए आवश्यक है कि वह मरीजों की स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखें। क्योंकि दवाई के सेवन से कई बार मरीज को हेडेक, थकावट, सीने में दर्द, कमर दर्द जैसी समस्याओं से सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में चिकित्सकों के लिए मरीज को दवाई देने के साथ ही उसका ध्यान रखना भी चुनौती होगा।

----हाइड्रोक्सोक्लोरोक्वीन दवाई से कोरोना के पॉजिटिव मरीजों को फायदा हो रहा है। जिसके चलते सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखते हुए दवाई का प्रयोग करने का आह्वान किया है। मरीजों का बेहतर उपचार करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। सिविल सर्जन को सलाह दी गई है कि अपने-अपने क्षेत्रों में बने आइसोलेशन वार्ड में ही मरीजों का उपचार करें तथा गंभीर स्थिति में ही उन्हें पीजीआइ रेफर करें।

- डा. ध्रुव चौधरी, प्रभारी अधिकारी, कोरोना नोडल ट्रीटमेंट सेंटर।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.