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ठगों का मायाजाल : रोहतक में युवक और छात्रा को शिकार बनाकर लाखों रुपये ठगे

ठगी के अलग-अलग मामले सामने आ रहे हैं। सीएसपी सेंटर (कस्टमर सर्विस प्वाइंट) खुलवाने के नाम पर युवक से एक लाख 76 हजार और पिता का दोस्त बनकर पीएचडी की छात्रा से एक लाख 30 हजार रुपये ठग लिए गए।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 15 Aug 2022 04:25 PM (IST)Updated: Mon, 15 Aug 2022 04:25 PM (IST)
ठगों का मायाजाल : रोहतक में युवक और छात्रा को शिकार बनाकर लाखों रुपये ठगे
सेंटर खोलने के नाम पर युवक से ठगे एक लाख 76 हजार, छात्रा से एक लाख 30 हजार रुपये ठगे

जागरण संवाददाता, रोहतक : धोखाधड़ी कर रुपये ठगने के अलग-अलग मामले सामने आ रहे हैं। सीएसपी सेंटर (कस्टमर सर्विस प्वाइंट) खुलवाने के नाम पर युवक से एक लाख 76 हजार और पिता का दोस्त बनकर पीएचडी की छात्रा से एक लाख 30 हजार रुपये ठग लिए गए। साइबर क्राइम थाना पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है।

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केस : एक

पुलिस को दी गई शिकायत में श्रीनगर कालोनी के रहने वाले बबलू ने बताया कि उसने चार अगस्त को सीएसपी सेंटर लेने के लिए गूगल पर नंबर सर्च किया था। एक वेबसाइट पर उसने अपना नंबर और ई-मेल आइडी डाली थी। इसके बाद उसक मोबाइल पर अज्ञात नंबर से काल आई। फोन करने वाले ने अपना नाम हिमांशु आनंद बताया और कहा कि वह डिजिटल बैंक सीएसपी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का रिलेशनशिप मैनेजर बताया। जिसने सीएसपी सेंटर के लिए बबलू और उसकी पत्नी नीतू के सभी दस्तावेज मंगवा लिए।

नौ अगस्त को मेल आई, जिसमें सीएसपी सेंटर के लिए अप्रूवल दी गई थी। दोबारा बात करने पर उन्होंने फीस के नाम पर 4200 रुपये खाते में डलवा लिए। उसे यूजर आइडी और पासवर्ड दे दिया गया। अगामी प्रक्रिया के लिए दस हजा रुपये मांगे। बबलू ने उन्हें दस हजार रुपये भेज दिए। इसी तरह अलग-अलग बहाने से रुपये मांगे जाने लगे। पीड़ित ने उनके झांसे में आकर एक लाख 76 हजार रुपये दे दिए। तब जाकर पीड़ित को शक हुआ। उसने बैंक में जाकर पूरे मामले की जानकारी जुटाई। तब पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है। सीएसपी सेंटर के नाम पर ठगों ने उससे रकम ठगी है। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

केस : दो

फरीदाबाद के सेक्टर तीन की रहने वाली नेहा ने भी साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें बताया कि वह महषि दयानंद विश्वविद्यलय में पीएचडी कर रही है और हास्टल में रहती है। कई दिन पहले उसके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से काल आई। फोन करने वाले ने बताया कि वह उसके पिता राजेश कुमार का दोस्त बोल रहा है और खाते में कुछ रुपये चाहिए। छात्रा ने झांसे में अलग-अलग ट्रांजक्शन कर एक लाख 30 हजार रुपये दे दिए। इसी बीच छात्रा के भाई का फोन आया। जब छात्रा ने उसे पिता के दोस्त के बारे में बताया, तब जाकर पता चला कि वह कोई ठग था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


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