Move to Jagran APP

खट्टर साहब लोग टूट जाते हैं आशियाना बनाने में, किसी का घर ना उजाड़ो : कुलदीप बिश्नोई

उन्होंने इस दौरान एक लिखित पत्र भी मुख्यमंत्री को सौंप पांच गांवों के वासियों को उनका मालिकाना हक देने की मांग की।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Sep 2018 11:43 AM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 11:43 AM (IST)
खट्टर साहब लोग टूट जाते हैं आशियाना बनाने में, किसी का घर ना उजाड़ो : कुलदीप बिश्नोई
खट्टर साहब लोग टूट जाते हैं आशियाना बनाने में, किसी का घर ना उजाड़ो : कुलदीप बिश्नोई

जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत के साथ ही आदमपुर के विधायक व कांग्रेस की केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य कुलदीप बिश्नोई ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से निजी तौर पर मुलाकात करके बीड़ के पांच गांवों को न उजाड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि अपना आशियाना बनाने में लोगों की कमर टूट जाती है इसलिए आप लोगों के घर ना उजाड़ो। उन्होंने इस दौरान एक लिखित पत्र भी मुख्यमंत्री को सौंप पांच गांवों के वासियों को उनका मालिकाना हक देने की मांग की।

loksabha election banner

मुख्यमंत्री को दिए अपने पत्र में कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि बीड़ हिसार की चार ग्राम पंचायतों के गांव पीरांवाली, ढंढूर, झीड़ी, डिग्गी ताल व बड़वाली बस्ती के लोगों को उनका हक दिलाया जाए। पत्र में कहा गया है कि तत्कालीन राज्य सरकार ने 1955 में इन गांवों को बसाया था। इसके बाद से गांवों में संवैधानिक तौर पर ग्राम पंचायतों का गठन किया गया और नियमित तौर पर चुनाव होते रहे। यह अब तक की विभिन्न सरकारों ने यहां एक के बाद एक विकास कार्य करवाए। इन गांवों में 12वीं तक का सरकारी स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, पशु अस्पताल, पेयजल आपूर्ति, बिजली आपूर्ति, गलियां, सड़कें व विभिन्न सामुदायिक भवनों को निर्माण समय-समय पर विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा करवाया गया। उन्होंने कहा कि 2015 में आपकी सरकार ने इन गांवों को खाली करने के नोटिस थमा दिए जोकि पूरी तरह से अव्यवहारिक है। पत्र में कहा है कि समस्या को लेकर इससे पूर्व भी आपको पत्र भेजे गए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.