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कुलदीप बिश्‍नोई ने कहा, किसानों पर पड़ी एक-एक लाठी का हिसाब मनोहर-दुष्यंत को देना होगा

पिपली में किसान रैली के दौरान पुलिस लाठीचार्ज पर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य एवं विधायक कुलदीप बिश्नोई ने सरकार पर आरोप लगाया है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 09:50 AM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 09:50 AM (IST)
कुलदीप बिश्‍नोई ने कहा, किसानों पर पड़ी एक-एक लाठी का हिसाब मनोहर-दुष्यंत को देना होगा
कुलदीप बिश्‍नोई ने कहा, किसानों पर पड़ी एक-एक लाठी का हिसाब मनोहर-दुष्यंत को देना होगा

हिसार, जेएनएन। कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य एवं विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कृषि अध्यादेशों के खिलाफ रैली में जा रहे किसानों पर ताबड़तोड़ लाठीचार्ज की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करने पर उतारू हो गई है। इतिहास गवाह है कि जिस भी सत्तासीन सरकार ने किसानों पर लाठियां बरसाई है, उसका उसे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा। जिस प्रकार से बुजुर्ग किसानों पर भी पुलिस बल ने जास उन्हें गंभीर रूप से घायल किया है, इस शर्मनाक कृत्य की जितनी ङ्क्षनदा की जाए उतनी कम है।

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उन्होंने कहा कि कृषि अध्यादेशों के खिलाफ शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने जा रहे किसानों पर जो जुल्म मनोहर-दुष्यंत की जोड़ी ने किया है, उसका हिसाब उनकी सरकार को देना होगा। किसानों पर पड़ी एक-एक लाठी भाजपा गठबंधन सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी।

 सरकार द्वारा किसान बचाओ मंडी बचाओ रैली पर रोक लगाना कफन में कील सिद्ध होगी - बजरंग गर्ग

अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने हरियाणा सरकार द्वारा तीनों अध्यादेश के  विरोध में की जा रही किसान बचाओ मंडी बचाओ रैली पर प्रतिबंध लगाने की कड़े शब्दों में ङ्क्षनदा की और सरकार द्वारा प्रदेश में जगह-जगह पुलिस के माध्यम से किसान नेताओं व व्यापारी प्रतिनिधियों की धरपकड़ करना सरकार का निंदनीय कदम है। हरियाणा सरकार किसान व व्यापारियों के आंदोलन से इतना घबरा गई कि उन्होंने पूरे प्रदेश को सील कर दिया और कुरुक्षेत्र जिले को पुलिस छावनी में बदल दिया, जो प्रजातंत्र की हत्या है। गर्ग ने कहा तीन अध्यादेश व सरकार की गलत नीतियों से देश व प्रदेश के किसान, आढ़ती व आम जनता में भारी रोष है।  जब देश का किसान व व्यापारी तीनों नए अध्यादेश के खिलाफ सड़कों पर है तो सरकार जबरदस्ती यह कानून व्यापारी व किसानों पर थोपने पर क्यों अड़ी हुई है। यहां तक की किसान को अपनी फसल के पूरे दाम नहीं मिलेंगे। सरकार किसान और व्यापारी हित में फैसले लें। सरकार यह तीन नए अध्यादेश वापस नहीं लेती तो व्यापार मंडल व किसान संगठनों का आंदोलन जारी रहेगा। गर्ग ने पिपली में हुए किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा भी की।


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