Kisan Andolan: पुलिस ने दल बल के साथ KMP टोल प्लाजा करवाया शुरू, आंदोलनकारियों को खदेड़ा
बहादुरगढ़ में कुंडली मानेसर पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस वे पर एक टोल प्लाजा को शुरू करवा दिया है। करीब 100 पुलिस जवानों के साथ टोल प्लाजा पर एसपी और एसडीएम पहुंचे और यहां बैठे आंदोलनकारियों को खदेड़ दिया। आंदोलनकारियों की संख्या कम होने के चलते किसी तरह का टकराव भी नहीं
हिसार/बहादुरगढ़, जेएनएन। लंबे वक्त के बाद सरकार के आदेश के बाद प्रशासन ने बहादुरगढ़ में कुंडली, मानेसर, पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस वे पर एक टोल प्लाजा को शुरू करवा दिया है। करीब 100 पुलिस जवानों के साथ टोल प्लाजा पर डीएसपी और एसडीएम पहुंचे और यहां बैठे आंदोलनकारियों को खदेड़ दिया। आंदोलनकारियों की संख्या कम होने के चलते किसी तरह का टकराव भी नहीं हुआ और केएमपी टोल प्लाजा पर गाडि़यों से शुल्क लेना शुरू कर दिया। अभी भी टोल प्लाजा पर सुरक्षा उपकरण लिए पुलिस के जवान तैनात हैं। वहीं हरियाणा में अभी अन्य टोल प्लाजा मुक्त हैं और यहां किसी तरह का चार्ज नहीं लिया जा रहा है। मगर केएमपी एक्सप्रेस पर टोल प्लाजा के शुरू होने से लग रहा है कि अब यही प्रयोग अन्य टोल प्लाजा पर भी किया जा सकता है। हरियाणा का यह पहला ऐसा टोल प्लाजा है, जिसे 26 जनवरी के बाद फिर से शुरू करवाया जा सका है।
हालांकि हो सकता है कि किसानों को सूचना मिलने पर केएमपी टोल प्लाजा पर उनकी संख्या भी बढ़ जाए और यहां टकराव का माहौल बन जाए। मगर अभी तक हालात सामान्य बने हुए हैं। बीती 26 जनवरी को तीन कृषि कानूनों के विरोध में निकाले गए ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के बाद अगले ही दिन हरियाणा में सरकार ने कई टोल प्लाजा को शुरू करवा दिया था। मगर उसके बाद फिर से आंदोलनकारियों की भीड़ बढ़ी और टोल प्लाजा को फिर से मुक्त करवा लिया। तीन महीने से भी ज्यादा वक्त बीत चुका है और टोल प्लाजा पर शुल्क नहीं लिया जा रहा है। ऐसे में अब ये देखने वाला होगा क्या आगे क्या रहता है।
कोरोना का दिया जा सकता है हवाला
हरियाणा में नाइट कर्फ्यू शुरू हो चुका है। कोरोना के बढ़ते केसों के कारण अब रात 9 बजे से सुबह पांच बजे तक किसी भी गैर जरूरी गतिविधि के लिए कोई छूट नहीं होगी। मगर बॉर्डरों पर कृषि कानून विरोधियों की भीड़ हैं। ऐसे में संक्रमण का हवाला देकर यहां भी भीड़ कम करवाई जा सकती है तो टोल प्लाजा पर चल रहे धरनों पर भी यही दलील देकर टोल शुरू करने का प्रयास किया जा सकता है। मगर प्रदर्शनकारियों के मूड को देखते हुए इस पर टकराव हर हाल में संभव है।