किसान आंदोलन : 6 फरवरी के चक्का जाम के ऐलान से असमंजस में लोग, टाल रहे इस दिन के काम
किसानों ने राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को तीन घंटे तक जाम रखने का ऐलान किया गया है। इससे आम लोग सांसत में हैं। इस दिन जाने-आने के कार्यक्रम टाले जा रहे हैं। हर कोई यह सोच रहा है कि पता नहीं कहां फंस जाएं।
बहादुरगढ़, जेएनएन। कृषि कानूनों को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच किसानों की ओर से 6 फरवरी को चक्का जाम किए जाने का ऐलान किया गया है। चर्चाएं तो रेलवे ट्रैक को भी जाम रखने की हैं लेकिन अभी इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को तीन घंटे तक जाम रखने का ऐलान किया गया है। इससे आम लोग सांसत में हैं। इस दिन जाने-आने के कार्यक्रम टाले जा रहे हैं। हर कोई यह सोच रहा है कि पता नहीं कहां फंस जाएं।
इस दिन क्या स्थिति रहेगी यह तो अभी कहा नहीं जा सकता, मगर पुलिस प्रशासन ने भी इस पर नजर टिकाई हुई है। टीकरी बॉर्डर के दोनों तरफ सुरक्षा कड़ी है। एक तरफ दिल्ली पुलिस रोजाना नई लेयर बना रही है, तो इधर हरियाणा पुलिस की मौजूदगी भी बढ़ गई है। बॉर्डर के आसपास बहादुरगढ़ में दो जगहों पर आरएएफ की टुकड़ी को तैनात किया गया है। ताकि कानून व्यवस्था को लेकर कोई भी अप्रिय स्थिति पैदा न हो।
दरअसल, कुछ दिनों से आंदोलन में राजनीतिक घालमेल होने और हरियाणा में पंचायतों का दौर शुरू होने के बाद अब सभी की नजरें इन पंचायतों में होने वाले फैसलों पर टिकी हुई है। एक दिन पहले बहादुरगढ़ की दलाल खाप की ओर से पंचायत करके भाजपा और जजपा नेताओं का बहिष्कार करने का फैसला किया गया। 7 फरवरी को फिर से खाप की ओर से महापंचायत बुलाई गई है। इसमें कुछ और भी फैसले लिए जाने की चर्चाएं हैं। उससे अगले दिन से खाप टीकरी बॉर्डर पर अपनी मौजूदगी बढ़ाएगी।