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खाप प्रतिनिधि बोले- चौटाला परिवार एकजुट न हुआ तो राजनीति से हो जाएगा लुप्‍त

हरियाणा खाप पंचायत के अध्यक्ष रमेश दलाल ने कहा अगर एक दो दिन में अजय सिंह आ जाते हैं तो ठीक है नहीं तो दुष्यंत चौटाला को भी फैसला खाप पंचायत पर छोड़ देना चाहिए।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 11 Sep 2019 04:04 PM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 04:04 PM (IST)
खाप प्रतिनिधि बोले- चौटाला परिवार एकजुट न हुआ तो राजनीति से हो जाएगा लुप्‍त
खाप प्रतिनिधि बोले- चौटाला परिवार एकजुट न हुआ तो राजनीति से हो जाएगा लुप्‍त

सिरसा, जेएनएन। खाप पंचायत के प्रतिनिधियों ने आज गांव चौटाला का दौरा किया और वहां की पंचायत व ग्रामीणों को चौटाला परिवार को एकजुट करवाने के अपने प्रयास के बारे में जानकारी दी। चौटाला गांव से वापस लौटकर खाप प्रतिनिधियों ने सिरसा कल्ब में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया।

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हरियाणा खाप पंचायत के अध्यक्ष रमेश दलाल ने कहा कि परिवार का एकजुट होना हरियाणा के हित में है। उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला ने खाप पंचायत को पत्र लिखकर पंचायत के प्रयास की सराहना की है साथ ही कहा है कि डा. अजय सिंह के फरलो पर आने के बाद निर्णय लिया जाएगा।

अगर एक दो दिन में अजय सिंह आ जाते हैं तो ठीक है नहीं तो दुष्यंत चौटाला को भी फैसला खाप पंचायत पर छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि खाप पंचायत ईश्वरीय व संवैधानिक कार्य कर रही है, कोई राजनीति नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि चौ. देवीलाल ने पूरे विपक्ष को एकजुट किया। पहले 1987 में हरियाणा में 85 सीटें हासिल कर एकजुट कर महागठबंधन की सरकार बनाई।

फिर पूरे देश में राजनैतिक दलों को एकजुट किया और सभी पार्टियों की सरकार बनाई। सभी दलों ने सर्वसम्मति से चौ. देवीलाल को प्रधानमंत्री बनाना चाहा तो उन्होंने वीपी सिंह के सिर पर प्रधानमंत्री पद का ताज सजा दिया। देवीलाल के दो आदर्श थे, एक वे खाप पंचायत को सर्वोपरि मानते थे और दूसरा विपक्ष के लिए अपने पद का भी त्याग कर दिया।

दोनों परिवारों को उनके आदर्शों पर चलते हुए एकजुट हो जाना चाहिए नहीं तो डर है कि कहीं यह परिवार राजनीति से ही लुप्त न हो जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आचार संहिता लागू होने से पहले दोनों परिवारों को एकजुट होना चाहिए। दोनों परिवार एकजुट होंगे तभी विपक्षी दल बनेंगे और गोल करने के लिए डी में पहुंच पाएंगे। उन्होंने कहा कि दादा ने भी सदैव खाप पंचायत को सम्मान दिया है तथा दुष्यंत को भी खाप पंचायत पर फैसला छोड़ देना चाहिए।


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