नशे से निपटने के लिए खेल के मैदान पर बनेगी ग्रामीणों व पुलिस की जुगलबंदी
पुलिस जनता के साथ मधुर संबंध स्थापित करने के लिए नए-नए प्रयोग करके उनके बीच में जाती रही हैं। हांसी की पुलिस अधीक्षक ने एक अनूठी पहल की मुहिम शुरू करने की योजना का खाका खींच दिया है।
सुनील मान, नारनौंद
पुलिस जनता के साथ मधुर संबंध स्थापित करने के लिए नए-नए प्रयोग करके उनके बीच में जाती रही हैं। हांसी की पुलिस अधीक्षक ने एक अनूठी पहल की मुहिम शुरू करने की योजना का खाका खींच दिया है। वह नशे पर अंकुश लगाने के लिए उन गांव में जाकर खेल के मैदान पर नशा रोकने की मुहिम का आगाज करेंगी जहां पर नशे का खेल खेला जा रहा है। खेल से नशे पर लगाम लगाकर पुलिस नया प्रयोग करने के लिए तैयार हैं। सबसे पहले उड़ता पंजाब के नाम से विख्यात गांव राजथल में हरियाणा पुलिस के जवान व ग्रामीण खेल के मैदान पर दोस्ताना संबंध स्थापित करके नशे पर चोट करने की तैयारी में है।
आज काफी युवा नशे की चपेट में आकर अपने भविष्य को खराब कर रहे हैं। नशे पर लगाम लगाने के लिए हांसी पुलिस अधीक्षक नितिका गहलोत ने कमान संभालते ही इस पर काम करना शुरू कर दिया है। पुलिस ने बड़े पैमाने पर इन दिनों नशे की खेप भी पकड़ी है। पुलिस अधीक्षक ने उन सभी गांवों को चिन्हित किया है। जहां पर नशे का कारोबार बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इसको लेकर पुलिस अधीक्षक ने एक योजना तैयार की हैं। खेल के माध्यम से ही लोगों में अनुशासन की भावना को जगाया जा सकता है और पुलिस वह ग्रामीण जब आपस में खेल के मैदान पर दोस्ताना संबंध स्थापित करेंगे तो किसी भी बुराई को मिटाने के लिए वह सक्षम होंगे। इसके लिए हरियाणा पुलिस इन दिनों वालीबॉल व कबड्डी की तैयारी करने में जुटी हुई है। फिलहाल पुलिस ने गांव राजथल, हांसी सिटी और मिर्चपुर में खेलने के लिए योजना तैयार कर दी है। यह तो समय ही बताएगा की पुलिस का यह नया प्रयोग कितना सफल होगा लेकिन इससे एक बात तो तय है कि भागदौड़ की जिदगी से हमेशा तनाव में रहने वाले पुलिसकर्मी खेल के मैदान पर कुछ पल के लिए तो तनाव से मुक्त से नजर आएंगे। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक नितिका गहलोत ने बताया कि नशे पर लगाम लगाने के लिए मैं पूरी कोशिश कर रही हूं। इसके लिए खेल के मैदान को चुना गया है। खेल के मैदान पर ही पुलिस व ग्रामीण इस चुनौती से निपटने के लिए भी चर्चा करेंगे। उन सभी गांव में पुलिस व ग्रामीणों के बीच खेल प्रतियोगिताएं होंगी जहां पर नशे का प्रभाव ज्यादा है। उन लोगों से अपील है। जो नशे के अवैध कारोबार में शामिल है। वह इस कारोबार को छोड़ दें।
दादा काला पीर मठ कोथ कलां के महंत शुक्राईनाथ योगी ने बताया कि वह पिछले काफी समय से नशा रोकने के लिए काम कर रहे हैं और इस बुराई को मिटाने के लिए वह अपनी जान की परवाह भी नहीं करते। पिछले दिनों उन पर कुछ जानलेवा हमले हुए भी हैं। लेकिन वह डरने वाले नहीं हैं। पुलिस अधीक्षक ने जो इस मुहिम की शुरुआत की है। वह काफी सराहनीय है और हम उनका पूरा सहयोग करेंगे गांव-गांव में जाकर नशा रोकने की अलख जगाने का काम भी किया जाएगा।