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जाटों को रामायण ट्रैक के पास से खदेड़ा, भगाना में धरने पर बैठे, आज गाड़ेंगे तंबू

अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के हवा ¨सह सांगवान गुट और प्रशासन के बीच तनाव हो गया। रामायण रेलवे ट्रैक के पास यशपाल मलिक गुट के धरना स्थल पर किसी ने पानी भर दिया। सांगवान गुट के सदस्य उस धरना स्थल की तरफ जाने लगे तो पुलिस ने उनको रोक दिया और उनके टैंट के सामान की गाड़ी को इपांउंड कर दिया। बाद में जाट समाज के लोग भगाना गांव पहुंचे और पंचायत कर वहां खेत में धरना देकर बैठ गए।

By Edited By: Published: Tue, 27 Feb 2018 03:01 AM (IST)Updated: Tue, 27 Feb 2018 10:57 AM (IST)
जाटों को रामायण ट्रैक के पास से खदेड़ा, भगाना में धरने पर बैठे, आज गाड़ेंगे तंबू
जाटों को रामायण ट्रैक के पास से खदेड़ा, भगाना में धरने पर बैठे, आज गाड़ेंगे तंबू
जागरण संवाददाता, हिसार : अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के हवा ¨सह सांगवान गुट और प्रशासन के बीच तनाव हो गया। रामायण रेलवे ट्रैक के पास यशपाल मलिक गुट के धरना स्थल पर किसी ने पानी भर दिया। सांगवान गुट के सदस्य उस धरना स्थल की तरफ जाने लगे तो पुलिस ने उनको रोक दिया और उनके टैंट के सामान की गाड़ी को इपांउंड कर दिया। बाद में जाट समाज के लोग भगाना गांव पहुंचे और पंचायत कर वहां खेत में धरना देकर बैठ गए। एसडीएम परमजीत चहल और डीएसपी सिद्धार्थ ढांडा ने उनको बिना इजाजत धरना नहीं देने की बात कही तो समिति ने उनको उसी समय लिखित पत्र सौंपा दे दिया। उस समय प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए जब भगाना गांव की ही 25 महिलाएं आकर धरने पर आकर बैठ गई। अब मंगलवार सुबह तक इजाजत नहीं मिलने पर तनाव की स्थित हो सकती है। इसका कारण यह है कि जाटों ने मंगलवार सुबह से ही भगाना के खेतों में धरना दिन-रात के लिए शुरू करने का एलान किया है। संघर्ष समिति जाट समुदाय के युवाओं पर दर्ज केस वापस लेने, युवाओं को रिहा करने और केंद्र में जाट आरक्षण देने की मांग कर रही है। इसको लेकर पहले ही सोमवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने का एलान किया था। सोमवार सुबह प्रदेशाध्यक्ष हवा ¨सह सांगवान, जिला अध्यक्ष दलजीत पंघाल सहित कुछ लोग रामायण रेलवे ट्रैक के साथ मौजूद धरना स्थल पर गए। जमीन पर पानी भरा देख वह दंग रह गए। इसी दौरान जाट समाज के काफी लोग धरना स्थल की तरफ जाने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पुलिस की तरफ से उनको धरना नहीं देने की बात कही गई। इस पर जाटों ने नेशनल हाईवे पर मौजूद होटल के पार्क में बैठक शुरू की। पुलिस ने उनको वहां से जाने के लिए कहा तो वह भगाना चले गए। वहां पंचायत की और गांव के तेजवीर ने उनको अपनी जमीन पर धरना देने की इजाजत दी। वहां हवा ¨सह सांगवान व दलजीत पंघाल सहित जाट समाज के काफी लोग धरना देकर बैठ गए। इसी दौरान एसडीएम, डीएसपी पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और बिना इजाजत धरना नहीं देने की बात कही। इस पर जाटों ने उसी समय लिखित में धरने की इजाजत मांगी। एसडीएम ने उस प्रोसेस में कुछ समय लगने की बात कही और उठकर जाने की बात कही। बाद में जाटों ने शाम पांच बजे तक धरना देने की बात कहते हुए बैठक कर उसे समाप्त किया। अब वह मंगलवार सुबह दोबारा से धरना शुरू करेंगे। बॉक्स.. प्रशासन ने नहीं दी धरना देने की इजाजत एसडीएम परमजीत चहल ने कहा कि उन्होंने प्रशासन से धरना देने की इजाजत नहीं ली। वह किसी की जमीन हो या खेत कहीं धरना नहीं देने दिया जाएगा। जाट समाज धरने की इजाजत ले और धरना दे। यदि जाट समाज के लोग चाहें तो मुख्यमंत्री से बातचीत करवा सकते हैं। बॉक्स.. जाट समाज की तरफ से लिखित में पत्र दिया गया है। यदि प्रशासन उनको इजाजत देता है तो ठीक है, नहीं तो मंगलवार से दिन-रात का धरना शुरू कर दिया जाएगा। जब तक उनके समाज के युवाओं पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं होते, उनको रिहा नहीं किया जाता तब तक उनका धरना जारी रहेगा। वह पीछे हटने वाले नहीं हैं। रामायण रेलवे ट्रैक के पास मौजूद जमीन पर सरकार के इशारे पर पानी भरवाया गया है, लेकिन वह पीछे नहीं हटेंगे। जाट समाज उनके साथ है। -हवा ¨सह सांगवान, प्रदेशाध्यक्ष, अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति। बॉक्स.. - जाटों की तरफ से धरना शुरू कर दिया गया है। वह अपनी मांगों को पूरी करवा कर ही दम लेंगे। सरकार को चाहिए कि उन्होंने जिन लोगों को रिहा किया है या जिनका केस खत्म हुआ है, उनकी लिस्ट दे। - दलजीत पंघाल, जिला अध्यक्ष, अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति।

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