जाट आरक्षण आंदोलन : सेशन कोर्ट पहुंचा पूर्व सीएम के राजनीतिक सलाहकार प्रो. वीरेंद्र का मामला
2016 में प्रदेश में जाट आरक्षण आंदोलन हुआ था। इसमें पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के राजनीतिक सलाहकार रहे प्रो. वीरेंद्र जयदीप धनखड़ और मान सिंह को हिंसा भड़काने का आरोपी बनाया था
रोहतक/हिसार, जेएनएन। जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा भड़काने के मामले में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के राजनीतिक सलाहकार रहे प्रो. वीरेंद्र समेत तीनों आरोपित सीजेएम आशीष कुमार की कोर्ट में पेश हुए। पिछले माह चार्जशीट मिलने के बाद अब तीनों आरोपितों को कोर्ट के आदेश पर ऑडियो सीडी की कॉपी दी गई है। साथ ही यह मामला अब सेशन कोर्ट में पहुंच गया है।
बता दें कि फरवरी 2016 में प्रदेश में जाट आरक्षण आंदोलन हुआ था। इसमें आंदोलनकारियों ने जाम लगा दिया था। रोहतक समेत आसपास के कई जिले इससे काफी प्रभावित हुए थे। इसी दौरान एक विवादित ऑडियो वायरल हुआ था। ऑडियो के आधार पर भिवानी के रिटायर्ड कैप्टन पवन सिंह ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दी थी।
इसमें पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के राजनीतिक सलाहकार रहे प्रो. वीरेंद्र, जयदीप धनखड़ और मान सिंह को हिंसा भड़काने का आरोपी बनाया गया था। पिछले माह पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट पेश की थी। बचाव पक्ष के अधिवक्ता आरसी दलाल ने बताया कि बुधवार को भी इस मामले में सीजेएम आशीष कुमार की कोर्ट में सुनवाई हुई।
सुनवाई के दौरान तीनों आरोपित कोर्ट में पेश हुए। हालांकि इस दौरान पुलिस केस से संबंधित ऑडियो सीडी लेकर नहीं पहुंची। इस पर कोर्ट ने आदेश दिए कि तीनों आरोपितों को ऑडियो सीडी की कॉपी दी जाए। कोर्ट के आदेश के बाद तीनों को सीडी की कॉपी दे दी गई। साथ ही अगली सुनवाई के लिए एक अगस्त की तारीख दी गई है। अब यह मामला सेशन कोर्ट में चलेगा।