International Tea Day : अब सेहत की बात, ग्रीन टी, कुल्हड़ और हर्बल चाय के साथ
लोगों के लिए एनर्जी ड्रिंक का काम करती है चाय। सामान्य चाय की जगह हर्बल टी को ज्यादा तव्वजो दे रहे लोग। इंटरनेशन डे पर करें आज चाय की चुस्की पर बात।
हिसार [पिंकू यादव] कई लोगों की सुबह की शुरुआत चाय की चुस्की के साथ ही होती है। चाय एक ऐसी चीज है जो काम से थके हुए इंसान के लिए एनर्जी ड्रिंक का काम करती है। चाय हमारी जिंदगी में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। चाय को 15 दिसंबर को सेलिब्रेट करने के लिए इंटरनेशनल टी डे भी बनाया जाता है।
मगर समय के साथ चाय भी कई तरह की आ गई है। जो स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होती है। पारंपरिक चाय में बदलाव आ गया है। अब लोगों ने सामान्य चाय की जगह हर्बल टी को भी अपनाया है। इन्हें पीने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है कोई वजन कम करने के लिए हर्बल चाय पी रहा है तो कोई अस्थमा जैसी अपनी वर्षों पुरानी बीमारी से छुटकारा पाने के लिए चाय पीते हैं।
हर्बल टी ने बनाई जगह
सेहत और स्वस्थ जीवन शैली के प्रति सतर्क रहने वाले लोगों की जिंदगी में तेज और कड़क या फिर पत्ती तेज या चीनी कम वाली चाय की जगह अब हर्बल टी ने ले ली है। सबसे खास बात यह है कि पारंपरिक चाय की तरह इसमें दूध चीनी मिलाने की जरूरत नहीं होती।
हर्बल टी के फायदे
- मन शांत रहता है।
- सेहत अच्छी रहती है।
- पाचन तंत्र मजबूत रहता है।
- कार्य करने की उर्जा बनी रहती है।
- तनाव दूर होता है।
- सर्दी जुकाम से भी निजात मिल जाती है।
- नींद अच्छी आती है और चाय की तरह हर्बल चाय के सेवन से कैफीन की लत नहीं लगती।
शहर की कुछ प्रमुख टी स्टॉल, जिनकी चाय के दिवाने हैं लोग
जीजेयू में सैनी टी स्टॉल नामक चाय की दुकान पिछले 12 साल से चली आ रही है। इन 12 सालों में दुकान की जगह तो कई बार बदली लेकिन चाय का स्वाद बरकरार है। यहां चाय पीने वाले विद्यार्थियों का कहना है कि वैसे तो जीजेयू में चाय की और भी दुकानें है, लेकिन यहां की चाय का स्वाद निराला है। चाय बनाने वाले संचालक का कहना है कि वह चाय को मौसम के हिसाब से बनाते हैं जिसमें खासकर अदरक, इलायची आदि पर विशेष ध्यान दिया जाता है। उनका कहना है कि अगर आप अच्छी चाय बनाना चाहते हैं तो उसे बार-बार उबाले।
थकान को करती है दूर
शहर की ऑटो मार्केट में काम करने वाले अधिकतर मिस्त्री रामकुमार की टी स्टॉल पर पिछले 5 वर्षों से चाय पी रहे हैं। यहां 1 दिन में 200 से 250 सौ कप चाय बिक जाती है। महेंद्र, बलवंत, सुरेश कुमार गाड़ी मिस्त्री है, महेंद्र ने कहा कि चाय पीने से हमें एक डेढ़ घंटे तक पता ही नहीं चलता कि हम थके हुए थे, इससे काम करने की एनर्जी मिलती है। वहीं सतीश कुमार राजगुरु मार्केट में 12 सालों से चाय की टी स्टॉल चला रहे हैं। यहां एक दिन में डेढ़ सौ से 200 कप चाय बनाई जाती है। सतीश ने बताया कि उनकी चाय यहां फेमस है, अग्रेसन मार्केट के करीब सभी दुकानदार उन की चाय पीते है।
कुल्हड़ ने चाय का ट्रेंड बदला
एलडी मिनी बैंक्विट एंड फोटोशूट डेस्टिनेशन में बन रही कुल्हड़ की चाय ने चाय के अलग ही ट्रेंड को जन्म दिया है। यहां छोटे टेबल पर कुल्हड़ में चाय पीना एक अलग ही अनुभव देता है। संचालक मोनिका जौहर का कहना है ग्रीन टी को अधिकतर लोग मोटापा दूर करने के लिए यूज कर रहे है, मोनिका का कहना है कि दो साल पहले उनका वेट 67 किलोग्राम था, लेकिन ग्रीन टी पीने से 7 किलोग्राम वजन कम हो गया वो भी सिर्फ 6 महीने में।
शहर में किस किस्म की चाय बिक रही
- ब्लैक टी
- हर्बल टी
- पोदीना चाय
- ग्रीन टी
- मसाला चाय
- लेमन टी