लॉकडाउन से पहले ही डाकघर में एफडी करवाने वालों को पुरानी दर पर मिलेगा ब्याज
बाहर के मरीजों को डाक खाने की स्पीड पोस्ट सेवा के जरिये चिकित्सक भेज रहे दवाएं। हिसार जोन के डाकखानों में आने वाली डाकों की तुलना में 10 फीसद ही डाक आ रही है
हिसार [वैभव शर्मा] कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जहां एक ओर फ्रंट लाइन वॉरियर्स दिन रात अपनी सेवाएं दे रहे हैं तो डाक विभाग ने लॉकडाउन के पहले दिन से लगातार काम कर रहा है। खास बात है कि अब डाकखाने पर फिक्सड डिपोजिट पर मिलने बाले ब्याज को नए वित्तीय वर्ष में बदल दिया गया है। अब 6.9 फीसद ब्याज के स्थान पर 5.5 फीसद ब्याज फिक्सड डिपोजिट पर दिया जाएगा। इस निर्णय से पहले ही हिसार में कुछ लोगों ने एफडी करा ली है। ऐसे लोगों को अब पुरानी दरों में ही एफडी पर सालाना ब्याज मिलेगा। वहीं जो लोग अब एफडी कराएंगे उन्हें सालाना 5.5 फीसद की दर से डाकखाना ब्याज देगा। इसके साथ ही लॉकडाउन के 26 दिनों में ही हिसार जोन में स्पीड पोस्ट, पार्सल और रजिस्ट्री घटकर 10 फीसद ही रह गई हैं।
चिकित्सक स्पीड पोस्ट से पहुंचा रहे दवाएं
लॉकडाउन में जब सभी प्रकार की कोरियर सेवाएं बंद हैं ऐसे में डाक विभाग लोगों के स्पीड पोस्ट और पार्सल की डिलीवरी कर रहा है। इसमें डाक विभाग जैसे- तैसे गाडिय़ों के माध्यम से दिल्ली से डाक ला रहा है। सिस्टम तो चल रहा है मगर इसमें सबसे अधिक मदद चिकित्सकों की हो रही है। चिकित्सक अपने जिले से बाहर के मरीजों को नियमित रूप से दवाएं डाक विभाग की स्पीड पोस्ट सेवा के जरिये भेज पा रहे हैं। कैंप चौक स्थित डॉ जुनेजा भी अपने मरीजों को दवाएं डाक सेवा के जरिये भेज रहे हैं।
स्पीड पोस्ट, पार्सल जैसी सेवाएं 1500 से घटकर 150 पर पहुंची
हिसार में चार डाक विभाग के चार डिलीवरी पोस्ट ऑफिस हैं। जिसमें पारिजात चौक पर मुख्य डाकघर तो मॉडल टाउन, आजाद नगर, चौधरी चरण हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में भी डाकखाना बना हुआ है। यहां पर औसतन हर रोज 1500 स्पीड पोस्ट, पार्सल और रजिस्ट्री आती थी, लॉकडाउन के बाद यह संख्या घटकर 150 पर आ गई है। इसके साथ जो विभाग लॉकडाउन केी वजह से बंद हैं, उनकी 200 से 300 डाक लंबित हैं। जोकि डाकखाने ने अपने पास सुरक्षित रखी हुई हैं। उनकी डाक 20 अप्रैल के बाद सरकारी दफ्तर खुलने पर पहुंचाई जाएगी।