दादा से प्रेरित होकर फ्लाइंग ऑफिसर बनीं सिमरन, एचएयू में रहकर की थी तैयारी
सिमरन ने विश्वविद्यालय में अपने अनुभव के बारे में बताया कि इसका हिस्सा बनकर धन्य महसूस करती हूं यहां मुझे अपने व्यक्तित्व का विकास करने में मदद मिली। वरिष्ठों ने विभिन्न क्षेत्रों जैसे खेल पर्वतारोहण और विशेष रूप से एनसीसी में खुद को स्थापित करने अवसर दिया। वायु सेना के प्रति मेरा झुकाव तब शुरू हुआ जब मैं एनसीसी एयर विग में शामिल हुई। एनसीसी में रहते हुए मैंने 201
जागरण संवाददाता, हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में बीएससी एग्रीकल्चर की छात्रा सिमरन का भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर चयन हुआ है। सिमरन की स्कूली शिक्षा एचएयू के कैंपस स्कूल से हुई है।
सिमरन बताया कि उन्हें दादा से सेना में जाने की प्रेरणा मिली, क्योंकि वह स्वयं भी सेना में थे। उनके दादा के अनुशासन, कर्मठता और महान चरित्र से प्रभावित होकर, उसने स्वयं भी इन गुणों को धारण करने का प्रयास किया। पिता रविन्द्र लोहचब एक व्यवसायी और मां ऊषा लोहचब गृहिणी हैं। साथ ही वह यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत 2018 में भूटान में अपने देश का प्रतिनिधित्व भी कर चुकी हैं। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो समर सिंह ने सिमरन की इस उपलब्धि पर बधाई दी
एयर एनसीसी से हुई थी शुरुआत
सिमरन ने विश्वविद्यालय में अपने अनुभव के बारे में बताया कि इसका हिस्सा बनकर धन्य महसूस करती हूं यहां मुझे अपने व्यक्तित्व का विकास करने में मदद मिली। वरिष्ठों ने विभिन्न क्षेत्रों जैसे खेल, पर्वतारोहण और विशेष रूप से एनसीसी में खुद को स्थापित करने अवसर दिया। वायु सेना के प्रति मेरा झुकाव तब शुरू हुआ जब मैं एनसीसी एयर विग में शामिल हुई। एनसीसी में रहते हुए मैंने 2018 मे गणतंत्र दिवस कैंप में भाग लिया। वह हरियाणा के तत्कालीन राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी द्वारा सम्मानित हो चुकी हैं।
इन्होंने कराई तैयारी
सिमरन ने अगस्त 2019 में एएफसीए्टी परीक्षा दी। उसके बाद उसे एसएसबी के लिए बुलाया गया जो कि एक उम्मीदवार के मनोविज्ञान परीक्षा, समूह कार्य और साक्षात्कार के परीक्षण की 5-दिवसीय प्रक्रिया है। सिमरन ने एनसीसी के कमांडिग ऑफिसर, कैप्टन मनजीत सिंह विर्दी, अपनी बड़ी बहन, सहपाठियों और इंटरनेट के माध्यम से तैयारी की।