डिपो बंद करने की धमकी देकर मांगी रिश्वत, रंगे हाथ धरा गया खाद्य आपूर्ति विभाग का इंस्पेक्टर
रोहतक में खाद्य आपूर्ति विभाग का इंस्पेक्टर और दलाल रिश्वत लेते काबू किया गया। डिपो को बंद करने की धमकी देकर इंस्पेक्टर ने मांगे थे 10 हजार दलाल से पांच हजार की नकदी बरामद की गई है। स्टेट विजिलेंस टीम ने ये कार्रवाई की।
रोहतक, जेएनएन। राशन डिपोधारक से रिश्वत लेने के मामले में खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर व एक अन्य डिपोधारक को दलाली करने के मामले में स्टेट विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपित दलाल और टिटौली गांव के डिपोधारक जयभगवान को विजिलेंस टीम ने रंगेहाथों, जबकि खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर रविकांत को शिकायतकर्ता से मिली रिकॉर्डिंग के आधार पर लघु सचिवालय से गिरफ्तार किया है। दोनों का मेडिकल करा टीम जांच कर रही है।
मोखरा गांव के डिपोधारक प्रेमवीर की ग्रामीणों ने पिछले दिनों शिकायत की थी। प्रदेश मुख्यालय से मामले की जांच करा डिपो को बंद कर दिया गया। जांच पूरी करने के बाद डिपो को खोल दिया गया। आरोप है कि खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर रविकांत ने डिपोधारक प्रेमवीर को 10 हजार की रिश्वत नहीं देने पर डिपो को दोबारा से बंद करने की धमकी दी। इसके बाद टिटौली गांव के डिपोधापक जयभगवान के माध्यम से रुपये लेने की बात हुई। प्रेमवीर ने दो बार में रुपये देने की बात कही। इसके बाद पीडि़त ने विजिलेंस से संपर्क किया।
मंगलवार को पांच हजार रुपये देने के लिए पीडि़त ने दलाल और डिपोधारक जयभगवान से बात की। पहले जयभगवान ने फोन कर प्रेमवीर को रुपये लेकर लघु सचिवालय बुलाया, लेकिन बाद में उसे जींद बाईपास बुलाया। जैसे ही पीडि़त ने जयभगवान की कार में उसे पाउडर लगे पांच हजार रुपये दिए, विजिलेंस ने आरोपित को रंगेहाथों पकड़ लिया। बाद में लघु सचिवालय पहुंचकर आरोपित इंस्पेक्टर रविकांत को ड्यूटी मजिस्ट्रेट सुरेंद्र कुमार की मौजूदगी में गिरफ्तार कर लिया। पीडि़त के फोन से आरोपित दलाल और दलाल के फोन से आरोपित इंस्पेक्टर की रुपये मांगने की रिकॉर्डिंग मिलने का दावा भी टीम ने किया है।
खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर रविकांत और टिटौली गांव के डिपोधारक जयभगवान को गिरफ्तार किया गया है। जयभगवान ने रविकांत के नाम से मोखरा गांव के डिपोधारक से रिश्वत मांगी थी। जयभगवान को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है जबकि रविकांत को फोन रिकॉर्डिंग के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
- ध्यानचंद पूनिया, पुलिस अधीक्षक, स्टेट विजिलेंस ब्यूरो