वायरसों से जूझते इंसान और पशुओं के समय में पशु विज्ञानियों की बढ़ी चुनौती
लाला लाजपत राय पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान विश्वविद्यालय में इंडियन एसोसिएशन आफ वेटरनरी माइक्रोबायोलॉजिस्ट इम्यूनोलाजिस्ट और संक्रामक रोगों की 34वीं राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन किया गया।
जागरण संवाददाता, हिसार: लाला लाजपत राय पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान विश्वविद्यालय में इंडियन एसोसिएशन आफ वेटरनरी माइक्रोबायोलॉजिस्ट, इम्यूनोलाजिस्ट और संक्रामक रोगों की 34वीं राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य विषय पशु एवं पोल्ट्री के स्वास्थ्य में सुधार के लिए वर्तमान में किये जा रहे वैक्सीन के प्रयोग पर था। इस कार्यशाला में देश से 224 वैज्ञानिकों एवं शोध छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर पर अनुसंधान निदेशक एवं अधिष्ठाता डेयरी साइंस कालेज डा. नरेश जिदल ने कहा कि बदलते समय में हमें और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है और जो बीमारियां पैदा करते है उन जीवाणुओं व विषाणुओं की शीघ्र पहचान करके उनके निदान का तरीका खोजना है जिससे कि हम पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार कर सकें। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कार्यशाला के माध्यम से देश के विभिन्न भागों के वैज्ञानिकों को अपने विचारों के आदान प्रदान का मौका मिला है तथा यह कार्यशाला राष्ट्र एवं प्रदेश के पशु-स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य सिद्ध होगी। इस कार्यशाला में अलग- अलग सत्रों में अलग- अलग विषयों पर छह सत्र आयोजित किये गये। जिसमें हर सत्र से तीन ओरल प्रजेंटेशन के प्रतिभागियों एवं तीन पोस्टर के प्रतिभागियों को अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य समापन समारोह दोपहर बाद पशुचिकित्सा महाविद्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष पशु सूक्षमजीव विज्ञान डा. एनके कक्कड़, सोसाइटी के पैटर्न डा. पीके उप्पल, उप प्रधान एवं एडीजी (पशु स्वास्थ्य) आइसीएआर डा. अशोक कुमार, अनुसंधान निदेशक डा नरेश जिदल, आयुक्त भारत सरकार डा. प्रवीन मलिक, प्रधान वैज्ञानिक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद मुख्यालय डा ज्योति मिसरी एवं सोसाइटी के पदाधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
इनका किया गया सम्मानित
इस कार्यशाला का संचालन वेटरनरी माइक्रोबायोलाजी विभाग के डा. राजेश छाबड़ा द्वारा किया गया। समापन समारोह में डा. कनिष्ठ बत्रा एवं डा. ऋचा अरोड़ा को यंग साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार डा. एमएल कुलकर्णी अवार्ड डा. जसलीन कौर, बेस्ट पेपर का अवार्ड डा. दिनेश मित्तल एवं डा. आदर्श मिश्रा को प्रदान किया गया ।