ग्राम सचिव परीक्षा के मामले में पुलिस ने आरोपित विनोद व पंकज को अदालत में पेश कर जेल भेजा
अंकित ने रिमांड के दौरान बताया था कि उसने सोनीपत निवासी परीक्षार्थी संजय को आंसर की उपलब्ध करवाई थी। इसके अलावा एक और आरोपित को भी आंसर की उपलब्ध करवाई थी। संजय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने सोनीपत में छापेमारी की थी। लेकिन संजय फरार हो चुका था।
जागरण संवाददाता, हिसार: ग्राम सचिव परीक्षा में ब्लूटूथ से नकल करवाने के मामले में पुलिस द्वारा मंगलवार को पकड़े गए विनोद व पंकज को बुधवार को अदालत में पेश किया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। पुलिस ने मंगलवार को ही पातन निवासी विनोद को टेलीफोन एक्सचेंज के नजदीक से पकड़ा था। वहीं दूसरे आरोपित जवाहर नगर निवासी पंकज को गांव टोकस के बस अड्डा से गिरफ्तार किया था।
सिविल लाइन थाना पुलिस से जांचकर्ता इंस्पेक्टर जगदीश ने बताया था कि पातन निवासी विनोद और हिंदवान निवासी मामले में संलिप्त नवीन दोनों जानकार हैं। इनमें से एक को लितानी निवासी अनिल का कुछ समय पहले गुम हुआ आधार कार्ड मिला था। इस आइडी पर करीब चार महीने पहले विनोद ने टेलीफोन एक्सचेंज के बाहर छतरी लगाकर सिम बेचने वाले आमदपुर निवासी पंकज से एयरटेल कंपनी का सिम खरीदा था। उस दौरान विनोद ने नवीन को कहा था कि ये सिम भविष्य में काम आएगा, क्योंकि ये उनकी आइडी पर नहीं है। ये सिम नवीन ने राकेश को दिया था। मामले में आरोपित सोनीपत निवासी संजय व अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। आरोपित अंकित ने रिमांड के दौरान बताया था कि उसने सोनीपत निवासी परीक्षार्थी संजय को आंसर की उपलब्ध करवाई थी। इसके अलावा एक और आरोपित को भी आंसर की उपलब्ध करवाई थी। संजय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने सोनीपत में छापेमारी की थी। लेकिन संजय वहां से फरार हो चुका था। मामले में पुलिस 15 अन्य आरोपितों का पता लगाने के लिए छापेमारी कर रही है। साथ ही पुलिस मामले में पकड़े गए आरोपितों के घरवालों की भी जानकारी हासिल कर रहे है। ताकि यह पता लगाया जा सकें कि इनके घर में कौन-कौन सरकारी नौकरी पर है और किस तरह से लगे हुए है। गौरतलब कि 10 जनवरी को हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कैंपस स्कूल में ग्राम सचिव पद की लिखित परीक्षा के दौरान खैड़ी चोपटा निवासी अमित को हिन्दवान निवासी राकेश कुमार की जगह परीक्षा देते हुए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सहित काबू किया गया था। उस समय राकेश और नवीन परीक्षा केंद्र के बाहर गाड़ी में बैठ कर अमित की मदद कर रहे थे।