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पिटाई मामले में विधायक डॉ. गुप्ता के समर्थन में उतरी आइएमए, सुरक्षा में चूक पर उठाए सवाल

एन्हांसमेंट के मुद्दे पर विधायक डा. कमल गुप्ता के साथ हुआ विवाद शांत नहीं हो रहा है। विधायक के समर्थन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) उतर आई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 02:14 PM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 02:14 PM (IST)
पिटाई मामले में विधायक डॉ. गुप्ता के समर्थन में उतरी आइएमए, सुरक्षा में चूक पर उठाए सवाल
पिटाई मामले में विधायक डॉ. गुप्ता के समर्थन में उतरी आइएमए, सुरक्षा में चूक पर उठाए सवाल

जेएनएन, हिसार : एन्हांसमेंट के मुद्दे पर विधायक डा. कमल गुप्ता के साथ हुआ विवाद शांत नहीं हो रहा है। विधायक के समर्थन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) उतर आई है। आइएमए ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही सेक्टर एसोसिएशन प्रधान जितेंद्र श्योराण ने स्पष्ट कहा कि सेक्टरवासी गिड़गिड़ाने नहीं शिष्टाचार के नाते विधायक के पास गए थे। सेक्टरवासियों का कहना है कि जो वीडियो पेश किया गया है, उसमें हमले जैसी कोई बात नहीं है। सुरक्षा कर्मियों ने ही महिलाओं से बदसलूकी की है।

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एन्हांसमेंट के मुद्दे पर विधायक डा. कमल गुप्ता के घर के पास सेक्टरवासियों ने आमरण अनशन किया था। रविवार को विधायक के घेराव के दौरान उनको डंडे मारे गए थे। इस पर पुलिस ने अपने कर्मचारियों की शिकायत पर 17 सेक्टरवासियों को नामजद कर 67 लोगों पर मामला दर्ज किया था। उस मामले में छह सेक्टरवासियों की गिरफ्तारी हुई जिनको अदालत से जमानत मिल गई। इस मामले में आइएमए भी डा. गुप्ता के साथ उतर आई है।

आइएमए के पूर्व राज्य प्रधान एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डा. एपी सेतिया, ने कहा कि डा. गुप्ता उनके संगठन लाइफ टाइम सदस्य है। जो उनके साथ हुआ वह गलत हुआ। सेक्टरवासियों को जो एन्हांसमेंट जारी हुई वह नहीं होनी चाहिए। यदि किसी को ऐसे राशि डाली जाएगी जो गुस्सा आना लाजमी है। लेकिन अपनी मांग उठाने के साथ किसी से हाथापाई करना गलत है। उन्होंने कहा कि डा. गुप्ता को शहर सालों से जानता है। वह एन्हांसमेंट के मुद्दे पर मुख्यमंत्री से लगातार बातचीत कर रहे है। उन्होंने कहा कि आइएमए की जिला व प्रदेश स्तर की बैठक में हमले की ¨नदा की गई।

जिला प्रधान डा. जेपीएस नलवा ने प्रशासन द्वारा डा. गुप्ता को दी गई सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सेक्टरवासियों का आंदोलन जब चल रहा था तो प्रशासन को पहले ही सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए। यह किस की चूक हुई है इसकी जांच होनी चाहिए। एसोसिएशन जांच की मांग भी करती है।

जिला सचिव डा. संदीप कालड़ा ने कहा कि सेक्टरवासियों को रोष प्रकट करना है वह कानून के दायरे में रह कर करें। डा. गुप्ता उनका साथ देने के लिए ही है लेकिन हमला करना गलत है। डा. गुप्ता से एसोसिएशन मिली है वह उनके साथ है। दर्ज किए गए झूठे मामलों की हो निष्पक्ष जांच

सेक्टर 16-17 एवं 13 पार्ट-2 रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान जितेंद्र श्योराण ने कहा है कि सेक्टरवासियों पर दर्ज किए गए झूठे केस की निष्पक्ष जांच की जाए। जांच में पता चलेगा कि हमला किसने किस पर किया और सेक्टर की महिलाओं से बदतमीजी व हाथापाई किसने की। इसके सबूत पेश करते हुए उन्होंने कहा कि अदालत पर उन्हें पूरा भरोसा है और एन्हांसमेंट मामले की तर्ज पर इस मामले में भी उन्हें न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि सेक्टरवासियों से मिलने से मना करने वाले विधायक को पता होना चाहिए कि सेक्टरवासी उनके सामने गिड़गिड़ाने के लिए नहीं बल्कि शिष्टाचार के नाते मिलने आए थे।

एक बयान में जितेंद्र श्योराण ने कहा कि सेक्टरवासी लंबे समय से एन्हांसमेंट के खिलाफ आंदोलन चला रहे थे। उन्होंने एचएसवीपी कार्यालय में धरना दिया, विधायक के आवास के समक्ष पिछली बार भी धरने पर बैठे, फिर आश्वासन मिला लेकिन आश्वासन पूरा न होने पर उन्हें फिर से आंदोलन को मजबूर होना पड़ा। अब पिछले तीन दिन से विधायक के आवास से 150 मीटर दूरी पर आमरण अनशन पर थे और बाकी सेक्टरवासी धरने व क्रमिक अनशन पर थे। जिस दिन घटना हुई, उस दिन सेक्टरवासियों ने विधायक के आवास के समक्ष पहुंचकर नारेबाजी शुरू कर दी। वह सिर्फ बात करना चाहते थे। लोगों के ऊपर से जाने के बाद वह दुकान में गए। जब विधायक डा. गुप्ता बाहर आए और उन्होंने आंदोलनकारियों से माइक लेकर कहा कि वे इस मुद्दे पर सेक्टरवासियों के साथ हैं और उनसे जो कुछ बन सकता था, वो किया है। इतना कहकर वे निकल गए और सेक्टरवासी भी उनका पक्ष ही सुनना चाहते थे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार एवं प्रशासन को गिरफ्तारी करने का इतना ही शौक है और हमारी मांग गलत है तो सेक्टर के 2352 प्लॉट होल्डर गिरफ्तारी देने को तैयार है, इसके लिए प्रशासन व पुलिस जगह व समय तय कर दें, हम कोई विरोध नहीं करेंगे।

प्रधान ने कहा कि घटना के दौरान एकत्रित हुई सेक्टर की महिलाओं से विधायक की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने बदसलूकी की और उनके कपड़े तक फाड़ डाले। उन्होंने कहा कि उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत है और वे उन्हें अदालत में पेश करके साबित कर देंगे कि गलत किसने किया है।


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