आत्महत्या मामले में पीजीआइ रोहतक के डाक्टरों ने की हडताल, विभागाध्यक्ष पर की कार्रवाई की मांग
हडताल को देखते हुए पीजीआई प्रशासन ने सभी सीनियर डॉक्टरों पीजी चिकित्सकों की छुट्टियां रद कर दी है। पीजीआइ प्रशासन दावा कर रहा है कि मरीजों को कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी।
जेएनएन, हिसार : ब्वॉयज हॉस्टल में चिकित्सक द्वारा किए गए आत्महत्या मामले में पीजीआइ रोहतक के डाक्टरों ने विभागाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथी चिकित्सकों ने विभाग के एक अधिकारी पर बहन की शादी में जाने के लिए छुट्टी नहीं देने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। मांगों को लेकर साथी चिकित्सक पीजीआइ परिसर में ही धरना पर बैठ गए और विभागाध्यक्ष पर हत्या का मुकदमा दर्ज न होने तक हड़ताल करने का एलान किया। हडताल में शामिल रेजीडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन का कहना है कि वह पीडि़त परिवार के साथ हैं जबतक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता वे हडताल नहीं खत्म करेंगे।
मरीज रहे परेशान
हडताल के चलते पीजीआइ की ओपीडी में डाक्टरों के कमरे खाली नजर आए। कमरों के बाहर मरीजों की भीड़ थी, लेकिन डाक्टर नहीं थे। हडताल को देखते हुए पीजीआइ प्रशासन ने सभी सीनियर डॉक्टरों, पीजी चिकित्सकों की छुट्टियां रद कर दी है। पीजीआइ प्रशासन दावा कर रहा है कि मरीजों को कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी।
प्राइवेट अस्पताल संचालकों की चांदी
पीजीआइ में रेजिडेंट डाक्टरों की हड़ताल के चलते मरीजों को उपचार नहीं मिल रहा है। मरीजों को या तो वापस जाने की सलाह दी जा रही है या फिर उन्हें प्राइवेट अस्पताल में भेज दिया जाता है। पीजीआइ के आसपास संचालित हो रहे प्राइवेट अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ चल रही है। ऐसे में रेजिडेंट डाक्टरों की हड़ताल का फायदा प्राइवेट अस्पताल संचालक उठा रहे हैं।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार कर्नाटक निवासी डाक्टर ओमकर पीजीआइ के पीडियाट्रिक विभाग में पीजी तृतीय वर्ष में अध्यनरत था। बताया जा रहा है कि मृतक की बहन की 14 जून यानि आज शादी होनी थी, जिसके लिए उसने शादी का जोड़ा भी खरीदा था। छुट्टी न देने के चलते मृतक ने उसी लाल जोड़े से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
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