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खेल मंत्री ने फोन खड़काया तो एसोसिएशन बोली-हम देंगे पैसा

जागरण संवाददाता हिसार हिसार एस्टोट्रर्फ पर सब जूनियर जूनियर और सीनियर वर्ग में प्रदेश

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Jan 2020 01:48 AM (IST)Updated: Tue, 07 Jan 2020 06:19 AM (IST)
खेल मंत्री ने फोन खड़काया तो एसोसिएशन बोली-हम देंगे पैसा
खेल मंत्री ने फोन खड़काया तो एसोसिएशन बोली-हम देंगे पैसा

जागरण संवाददाता, हिसार : हिसार एस्टोट्रर्फ पर सब जूनियर, जूनियर और सीनियर वर्ग में प्रदेश की हॉकी प्रतिभाओं को भोजन न देने के मामले में खेल मंत्री संदीप सिंह ने संज्ञान ले लिया है। उन्होंने हॉकी हरियाणा एसोसिएशन से मामले में जवाब तलब कर लिया। खेल मंत्री ने हॉकी एसोसिएशन के पदाधिकारियों को फोन किया तो अब एसोसिएशन पदाधिकारी खिलाड़ियों को पैसा देने के लिए तैयार हो गए है। साथ ही जिला खेल अधिकारी से भी इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। दैनिक जागरण ने सोमवार को स्टेट हॉकी चैंपियनशिप में आयोजकों की ओर से भोजन मुहैया न करवाए जाने के कारण खिलाड़ियों को होने वाली परेशानी को उजागर करते हुए समाचार प्रकाशित किया था। उसके बाद खेलमंत्री संदीप सिंह ने बेटियों की समस्या के समाधान के लिए संज्ञान लेते हुए भोजन के प्रबंध के बारे में दिशा निर्देश दिए। उधर खेलमंत्री का फोन आने के बाद हॉकी हरियाणा एसोसिएशन भी हरकत में आई और एसोसिएशन के सचिव सुनील मलिक ने कहा कि जिस भी खिलाड़ी को अपनी जेब से पैसे देकर भोजन खाना पड़ा है वे हमें जानकारी दें, उन्हें उनकी राशि दिलवाई जाएगी।

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ये है मामला

हिसार एस्टोट्रर्फ पर एक जनवरी से छह जनवरी तक महिलाओं की सब जूनियर, जूनियर और सिनीयर वर्ग में हॉकी चैंपियनशिप हुई। जिसमें पहली बार प्रदेश के विभिन्न जिलों से आई हॉकी खिलाड़ियों के लिये आयोजकों की ओर से भोजन कर प्रबंध नहीं किया गया। आयोजकों का इसमें तर्क था कि हॉकी हरियाणा की पूर्व में कुरुक्षेत्र में एक बैठक हुई थी जिसमें फैसला लिया गया था कि जो भी जिला हॉकी एसोसिएशन अपनी टीम भेजेगी। साधन व भोजन कर प्रबंध वह स्वयं करेगी। आयोजक रहने और खेल मैदान कर प्रबंध करवाएंगे। इसके फैसले के चलते जो टॉप टीमें थी उनका खर्च तो जिला एसोसिएशन ने भुगत लिया।लेकिन फतेहाबाद सहित कई जिलों में जहां एसोसिएशन नहीं है या सक्रिय नहीं है। उन जिलों की बेटियों को अपनी जेब से पैसे भरकर भोजन कर प्रबंध करना पड़ा। अधिक खर्च न हो इसको ध्यान में रखते हुए जिस दिन उनका मैच था उसी दिन पहुंची और हारते ही वापस लौट गई। ताकि प्रतियोगिता देखेंगी तो भोजन की राशि बढ़ेगी। ऐसे में भोजन खरीदकर खाने के चक्कर में बेटियों का खेल तो प्रभावित हुआ साथ ही उनपर आर्थिक बोझ भी बढ़ा। जबकि हॉकी की खेल प्रतिभा दिखाने आई बेटियों में अधिकांश गरीब परिवारों की थी। दैनिक जागरण से बातचीत में किसी ने कहा कि उसका पिता उसे हॉकी खिलाड़ी के लिये ओवर टाइम कर रहा है। जबकि किसी की मां दूसरों के घर में बर्तन धोकर उसे प्लेयर बना रही है। ऐसे में इन गरीब बेटियों को अपनी जेब से भोजन का पैसा देना पड़ा रहा है जिससे उनके परिवार पर आर्थिक बोझ तो बढ़ा ही साथ ही उनकी हॉकी भी प्रभावित हुई और न ही वे पूरा टूर्नामेंट देख पाई।

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हॉकी हरियाणा का फैसला, जिन बेटियों को जेब से राशि भरनी पड़ी उन्हें दिलाएंगे

दैनिक जागरण ने बेटियों के मामले में संज्ञान लिया तो अब हरियाणा हॉकी ने सभी जिला एसोसिएशन व उनके साथ आए खेल कोच को आदेश दिए है कि जिन टीमों के खिलाड़ियों को अपनी जेब से राशि भरनी पड़ी है। उनकी जानकारी हमें दे। हॉकी एसोसिएशन के महासचिव सुनील मलिक ने कहा कि किसी भी एक खिलाड़ी ने हमें कहा कि उन्हें अपनी जेब से भोजन का पैसा भरना पड़ा है तो उन्हें वह राशि हमारे द्वारा दिलाई जाएगी। भविष्य में बेटियों को भोजन के लिये कोई समस्या न आई इसके लिए जिला एसोसिएशन को दिशा निर्देश दिए जाएंगे। टीम के भोजन का सारा खर्च जिला एसोसिएशन भुगतेगी।

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महासचिव बोले पहले तीन साल में होती थी टूर्नामेंट, हमारे प्रयास से हर साल होने लगी

हॉकी हरियाणा के महासचिव सुनील मलिक ने कहा कि बजट के अभाव में पहले हॉकी की स्टेट टूर्नामेंट तीन साल में एक बार होती थी। हमारे प्रयास से अब हर साल चैंपियनशिप होने लगी है। खेल में बजट अधिक लगता है। इसलिये बैठक कर जिला हॉकी एसोसिएशनों को भी बजट खर्च करने का फैसला लिया था।

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एसोसिएशन अपने स्तर पर करती है सभी प्रबंध

जिला खेल व कार्यक्रम अधिकारी सतविदर गिल ने कहा कि खेलमंत्री ने स्टेट हॉकी चैंपियनशिप मामले में बेटियों को अपनी जेब से भोजन खरीदकर खाने के मामले में जवाब मांगा है। एसोसिएशन अपने स्तर पर प्रतियोगिता करवाती है। इस बारे में खेलमंत्री को मामले में जानकारी दी गई है। साथ ही खेल आयोजकों से बातचीत कर इस मामले में जवाब लेंगे।

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वर्जन

खेलमंत्री ने जवाब मांगा है। उन्हें पूरे मामले के बारे में बता दिया गया है। साथ ही जिस बेटियों को अपनी जेब से भोजन के पैसे भरने पड़े हैं। उन्हें हम मुहैया करवाएंगे।

- सुनील मलिक, महासचिव, हॉकी हरियाणा एसोसिएशन।

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वर्जन

महिला हॉकी खिलाड़ियों के लिए आयोजकों को भोजन कर प्रबंध करना चाहिए था। इस बारे में आयोजकों व जिला खेल अधिकारी से जवाब देने को कहा है। इस बारे में जवाब लेंगे व साथ ही महिला खिलाड़ियों को आगे भोजन की दिक्कत न आए, इस बारे में उन्हें दिशा निर्देश दिए जाएंगे।

- संदीप सिंह, खेलमंत्री, हरियाणा।


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