Move to Jagran APP

कोरोना से इंडो-यूएस ट्रेनिग ऑफलाइन रद हुई तो अब एचएयू ऑनलाइन अपनाएगा रास्ता

जागरण संवाददाता हिसार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में लॉकडाउन से पहले इ

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Jun 2020 04:20 AM (IST)Updated: Tue, 23 Jun 2020 04:20 AM (IST)
कोरोना से इंडो-यूएस ट्रेनिग ऑफलाइन रद हुई तो अब एचएयू ऑनलाइन अपनाएगा रास्ता
कोरोना से इंडो-यूएस ट्रेनिग ऑफलाइन रद हुई तो अब एचएयू ऑनलाइन अपनाएगा रास्ता

जागरण संवाददाता, हिसार: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में लॉकडाउन से पहले इंडो-यूएस-अफगानिस्तान के वैज्ञानिकों व अधिकारियों की ट्रेनिग शुरू हुई थी। मगर लॉकडाउन के साथ ही ट्रेनिग के लिए आए पहले बैच को वापस लौटना पड़ा था। तब विवि का मानना था कि कोरोना के कम होते ही दोबारा से इस ट्रेनिग को शुरू करा दिया जाएगा। मगर हर अब बढ़ते मामलों से यह उम्मीद नजर नहीं आ रही है। इसको लेकर एचएयू ने इन्डो-यूएस-अफगानिस्तान ट्रेनिग को ऑनलाइन कराने का फैसला लिया है। इसमें 23 व 24 जून को ट्रेनिग कराई जाएगी। कुलपति प्रो. केपी सिंह के निर्देशन में आयोजित इस प्रशिक्षण से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इस प्रशिक्षण का आयोजन कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डा. एसके सहरावत और अंतरराष्ट्रीय मामलों के संयोजक डा. अनुज राणा और डा. दलविन्द्र सिंह द्वारा किया जा रहा है।

loksabha election banner

------------

कृषि के क्षेत्र की आधुनिक तकनीकि की दी जाएगी जानकारी

अनुसंधान निदेशक डा. एसके सहरावत ने बताया कि कोविड-19 के चलते उत्पन्न विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अनुसंधान के क्षेत्र में आदान-प्रदान करने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके ऑनलाइन माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के माध्यम से विश्वविद्यालय अपने पड़ोसी देशों को कृषि उन्नति के क्षेत्र में प्रशिक्षित करके महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है और विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने पड़ोसी देशों से मैत्रीपूर्ण संबंधों को भी मजबूती मिलेगी।

----------------

71 विज्ञानियों को देंगे ट्रेनिग

इस दो दिवसीय ट्रेनिग में एचएयू के वैज्ञानिक डा. ओ.पी. श्योराण और डा. विनय अहलावत अफगानिस्तान के 71 विज्ञानियों और प्रोफेसरों को कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में प्रयोग विधि और शोध परिणामों की सांख्यिकी तकनीकों के प्रयोग द्वारा कृषि खोज का मूल्यांकन करने की विधि बताएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.