हनीमून से लौटने के सात दिन बाद ही छिन गया दुल्हन का सुहाग
हांसी में करंट से झुलसा नवदंपती छह दिन पहले नवदंपती ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था गाना मिले हो तुम हमको बड़े नसीबों से
हांसी [मनप्रीत सिंह] हाथों में लगी मेहंदी अभी उतरी भी नहीं थी कि दिव्या के माथे का सिंदूर ही छिन गया। नवदंपती पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में हनीमून से मात्र सात दिन पहले ही लौटा था। दिव्या व संजीव एक दूजे से बेहद प्यार करते थे। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अपनी जिंदगी के खास लम्हों को सोशल मीडिया पर शेयर करते थे और उन्होंने शादी का एक महीना पूरा होने पर केक काटकर अपनी मंथली एनिवर्सरी भी मनाई थी। 31 दिसंबर की फेसबुक पोस्ट में नवदंपती ने एक गाने 'मिले हो तुम हमको बड़े नसीबों से चुराया है मैंने किस्मत की लकीरों से' के साथ अपनी फोटो भी शेयर की थी।
फीका पीर चौक निवासी 23 वर्षीय संजीव उर्फ शैंकी मेहता का विवाह बीते साल 19 नवंबर को महम निवासी दिव्या से हुआ था। संजीव के परिवार का कपड़ों के जुड़ा कारोबार है और हांसी के प्रताप बाजार में मेहता क्लॉथ हाउस के नाम से दुकान है। संजीव अपने पिता का इकलौता बेटा था और संजीव की इकलौती बहन की शादी चंडीगढ़ में हुई है। परिजनों ने बताया कि शादी के बाद से संजीव व दिव्या बेहद खुश थे और घूमने के लिए हिमाचल प्रदेश गए थे, जहां शिमला, मनाली आदि शहरों में वह घूमकर 30 दिसंबर को ही लौटे थे।
विवाह की खुशियों के आनंद में डूबे परिवार व नवदंपती को क्या पता था कि एक घटना उनके परिवार की किस्मत ही बदल देगी। रविवार को अचानक उनके घर के बाथरूम में करंट आ गया व दोनों बुरी तरह से झुलस गए। हादसे में संजीव की मौत हो गई व दिव्या गंभीर रूप से घायल हो गई। इस हादसे से संजीव के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
जाने कैसे हुआ हादसा
परिजनों के अनुसार नवदंपती घर में पर अकेला था। मां संजीव के पिता को खाना देने दुकान पर गई थी। कुछ देर बाद वह घर पहुंची तो घर अंदर से बंद था। काफी देर तक घंटी बजाने के बाद भी घर का दरवाजा नहीं खुला तो आसपास के लोगों ने पड़ोस की छत से सीढिय़ों का दरवाजा तोड़कर घर में प्रवेश किया। अंदर जाकर देखा तो दोनों बेसुध हालत में जमीन पर पड़े थे। दिव्या वाङ्क्षशग मशीन के पास बेसुध हालात में पड़ी थी व संजीव का मुंह नीला पड़ चुका था। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टरों ने संजीव को मृत घोषित कर दिया व दिव्या को गंभीर हालत के चलते हिसार रेफर कर दिया।
विधायक भयाना पहुंचे सांत्वना देने, आज प्रताप बाजार मार्केट रहेगी बंद
इस दर्दनाक घटना की सूचना मिलने पर विधायक विनोद भयाना भी परिवार को सांत्वना देने परिजनों के पास पहुंचे। युवक संजीव उर्फ शैंकी की मौत की खबर मिलते ही पूरे फीकापीर चौक क्षेत्र में मातम का माहौल छा गया और क्षेत्रवासियों सहित संजीव के मित्र व शहर के सैकड़ों लोग सरकारी अस्पताल में पहुंच गए और इस घटना पर बेहद दुख प्रकट किया। इस घटना के शोक में प्रताप बाजार मार्केट सोमवार को बंद रहेगी।
शादी के फोटो व वीडियो देखने का कर रहे थे इंतजार
हिसार: संजीव और दिव्या की शादी को हुए अभी डेढ़ माह बीता था। शादी के फोटो और वीडियो आने का इंतजार था। दोनों परिवार के साथ बैठ कर देखना चाहते थे। मगर एलबम घर आने से पहले ही यह हादसा हो गया। दोनों ने परिवारों ने साथ मिलकर फोटो सिलेक्ट किए। एलबम और वीडियो बनकर आने वाले थे। लेकिन उससे पहले ही हादसे में संजीव की मौत हो गई और उसकी पत्नी दिव्या की हालत गंभीर है। जो हिसार के एक निजी अस्पताल के आइसीयू में भर्ती है।
निजी अस्पताल में बहन की गंभीर हालत को देखकर और जीजा की मौत होने पर नम आंखों से दिव्या के बड़े भाई सुमित ने बताया कि उसकी बहन दिव्या और उसके जीजा संजीव शुक्रवार को रोहतक मेडिकल में उसके ताउ हरीश से मिलने आए थे। ताउ को हार्ट में समस्या के चलते दाखिल किया गया था। उसी समय वह उससे मिले थे। रविवार को उसको अब यह सूचना मिली।
इकलौता लड़का था संजीव
करंट लगने से मौत का ग्रास बना संजीव पिता वेदप्रकाश व मां लीलावती का इकलौता बेटा था। बताया जा रहा है कि काफी मिन्नतों से शादी के कई साल बीतने के बाद संजीव का जन्म हुआ था। संजीव के माता-पिता की आयु 65 वर्ष से अधिक है। उसकी एक बड़ी बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। वहीं संजीव की पत्नी एमकॉम व जेबीटी पास है। जिसके चलते वह शादी से पहले एक निजी स्कूल में पढ़ाती थी। लेकिन शादी के बाद उसने वह जॉब छोड़ दी थी। पति और परिजनों के दुकान पर बैठने के चलते वह अपने पति को कहती थी कि वह अप्रैल महीने में शुरू होने वाले नए सेशन से दोबारा से स्कूल में पढ़ाएगी। लेकिन इससे पहले ही यह हादसा हो गया, जिसमें दिव्या ने अपने पति को खो दिया।
गैस गीजर भी हो सकता है मौत का कारण
हालांकि संजीव की मौत का कारण परिजनों द्वारा करंट लगना बताया गया है। लेकिन निजी अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार इस बात का अभी पता नहीं लग सकता। चिकित्सकों का कहना है कि गैस गीजर से ङ्क्षचगारी निकलती रहती है, जिससे गैस बनती है। यह गैस अगर बाथरूम से बाहर ना जाए तो यह खतरनाक साबित हो सकती है। इसलिए ऐसे बाथरूम में ही गैस गीजर का प्रयोग करें, जहां से हवा आ-जा सकें।