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श्रीश्री रविशंकर को 18वीं बार मिली डाक्टरेट की मानद उपाधि, 6 देशों के विवि कर चुके सम्मानित

जागरण संवाददाता, हिसार : गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने मंगलवार को श्रीश्री

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 02:23 AM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 02:23 AM (IST)
श्रीश्री रविशंकर को 18वीं बार मिली डाक्टरेट की मानद उपाधि, 6 देशों के विवि कर चुके सम्मानित
श्रीश्री रविशंकर को 18वीं बार मिली डाक्टरेट की मानद उपाधि, 6 देशों के विवि कर चुके सम्मानित

जागरण संवाददाता, हिसार : गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने मंगलवार को श्रीश्री रविशंकर को डाक्टरेट ऑफ साइंस की मानद उपाधि से नवाजा। विश्वविद्यालयों की ओर से उन्हें मिलने वाली यह 18वीं उपाधि थी। इससे पहले श्रीश्री को दुनियाभर के संस्थान 17 बार डाक्टरेट की उपाधियों से सम्मानित कर चुके हैं। श्रीश्री रविशंकर को सबसे पहले 2004 में कुवेंपु यूनिवर्सिटी ने ऑनरेरी डाक्टरेट की उपाधि दी थी। उन्हें भारत के अलावा श्रीलंका, हंगरी, अर्जेंटिना, नीदरलैंड, पैराग्वे के विश्वविद्यालय डाक्टरेट की उपाधि से सम्मानित कर चुके हैं। इसके अलावा अमेरिका और रूस सहित 13 देशों की विभिन्न सरकारों ने सर्वाेच्च नागरिक सम्मान सहित विभिन्न उपाधियां व सम्मान से कुल 38 बार सम्मानित किया। जिनमें ब्राजील ने उन्हें फ्रेंड ऑफ मिलिट्री पुलिस ऑफ ब्राजील, भारत ने पदम भूषण, रूस ने ह्यूमन ऑफ व‌र्ल्ड अवार्ड, यूएसए ने ग्लोबल ह्यूमनेटेरियन अवॉर्ड आदि से सम्मानित किया है। इसके अलावा उन्हें शांति दूत और इंटरनेशनल लीडरशिप अवार्ड सहित 25 अन्य अवार्ड भी मिल चुके हैं।

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यहां से मिल चुकी है उपाधियां

2004 - ऑनरेरी डाक्टरेट, कुवेंपु यूनिवर्सिटी भारत।

2006 - डाक्टर ऑफ फिलॉस्पी( हॉलिस्टिक मेडिसिन), ओपन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी फॉर कंपलिमेंटरी मेडिसन, श्रीलंका।

2007 - डाक्टर ऑफ साइंस, राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साइंस, इंडिया।

2007 - डाक्टर ऑफ लेटर्स, महाराज सयाजीराव यूनिवर्सिटी, इंडिया।

2008 - डाक्टर ऑफ लेटर्स, नागार्जुना यूनिवर्सिटी, इंडिया।

2009 - डाक्टर ऑफ लेटर्स, बैंगलुरु यूनिवर्सिटी, इंडिया।

2009 - प्रोफेसर्स ऑनरिज, सजेंट इस्तवान यूनिवर्सिटी बुडापेस्ट, हंगरी।

2012 - ऑनरेरी डाक्टरेट, सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी राजस्थान।

2012 - ऑनरेरी डाक्टरेट, नयेनरोद यूनिवर्सिटी नीदरलैंड।

2012 - ऑनरिज कॉजा डाक्टर, सिगलो यूनिवर्सिटी अर्जेंटिना।

2012 - डिप्लोमा ऑफ ऑनर, ब्यूनोस एयरिस यूनिवर्सिटी।

2012 - डाक्टरेट ऑनरिज कॉजा, यूनिवर्सिटी ऑटोनोमा, पराग्वे।

2013 - ऑनरेरी डाक्टरेट, गुजरात टेक्नोलॉजिक्ल यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद, गुजरात।

2013 - डाक्टरेट ऑफ लिटरेचर, उत्कल यूनिवर्सिटी उड़ीसा।

2013 - ऑनरेरी डाक्टरेट, देशभक्त यूनिवर्सिटी, पंजाब, इंडिया।

2017 - ऑनरेरी डाक्टरेट, शारदा यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा।

2018 - ऑनरेरी डाक्टरेट, कर्णावती यूनिवर्सिटी, गुजरात।

2019 - ऑनरेरी डाक्टरेट, गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी हिसार, हरियाणा।

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गुजवि को 2016 में देनी थी उपाधि -

कोट -

यह विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है कि विश्वविद्यालय ने एक महान शांतिदूत को डाक्टरेट की मानद् उपाधि दी है। उन्हें 2016 में हुई कॉन्वोकेशन में यह उपाधि देनी थी, लेकिन तब वे किसी कारण से यहां नहीं आ पाए थे। इससे विश्वविद्यालय के साथ-साथ मानद उपाधि की गरिमा भी बढ़ेगी। श्रीश्री रविशंकर दुनिया के लगभग 155 देशों में लगभग 37 करोड़ लोगों को अपनी ओजस्वी वाणी व महान संदेश से जीने की राह दिखा चुके हैं। इसी कारण उन्हें इस उपाधि से नवाजा गया है।

- प्रो. टंकेश्वर कुमार, कुलपति, गुजवि।


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