ईमानदारी आज भी जिंदा, रोडवेज बस चालक-परिचालक ने यात्री को लौटाई सोने की अंगूठी
आज के जमाने में जहां कुछ रुपयों की चीज को लेकर इंसान का ईमान डोल जाता है वहीं रोहतक डिपो में रोडवेज बस के चालक व परिचालक के मन में सोने की अंगूठी देखकर भी लालच नहीं आया।
रोहतक/हिसार, जेएनएन। आज के जमाने में जहां कुछ रुपयों की चीज को लेकर इंसान का ईमान डोल जाता है, वहीं रोडवेज बस के चालक व परिचालक के मन में सोने की अंगूठी देखकर भी लालच नहीं आया। रोडवेज डिपो के चालक-परिचालकों ने एक यात्री की सोने की अंगूठी लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया। अंगूठी पाकर यात्री ने चालक-परिचालक की सराहना की।
रोहतक डिपो की बस संख्या एचआर 46डी 7413 हिसार से रोहतक लौट रही थी। इस दौरान हिसार निवासी बसाऊराम हांसी से रोहतक के लिए बस में सवार हुए। बस में उनके हाथ से सोने की अंगूठी निकल गई। अपने गंतव्य पर वह उतर गए और अंगूठी पर ध्यान नहीं दिया। बाद में जब उन्हें अंगूठी का ध्यान आया तो उन्होंने रोडवेज अधिकारियों से इसके लिए संपर्क किया।
वहीं रोडवेज डिपो में बस पहुंचने के बाद जब चालक सुमित बल्हारा और परिचालक दीपक बल्हारा ने बस की तलाशी ली तो उन्हें सोने की अंगूठी पड़ी मिली। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों से संपर्क किया। अधिकारियों ने पीडि़त यात्री से संपर्क करते हुए उन्हें डिपो पर बुलाया। इसके बाद पूरी जांच पड़ताल के बाद उन्होंने पीडि़त बसाऊराम को अंगूठी लौटा दी।
रोडवेज जीएम गुलाब सिंह दुहन ने चालक-परिचालक की तारीफ करते हुए कहा कि ईमानदारी का परिचय देते हुए उन्होंने पूरे स्टाफ का सिर गर्व से ऊंचा किया है। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से ईमानदारी से कार्य करने का आह्वान किया। सोने के इतने महंगे दाम होने बावजूद जिस तरह से कर्मियों ने ईमानदारी दिखाई है आज के समय में शायद ही ऐसे कोई दिखाई। इस तरह के लोगों की समाज में बेहद आवयश्कता होती है।