Move to Jagran APP

गृहकर शाखा की जांच पर कोरोना का साया

अब 6 नवंबर को हाउस की बैठक में पार्षद भूप सिंह रोहिल्ला ने गृहकर मामले में भ्रष्टाचार के जवाब मांगे ही थे कि गृहकर शाखा के अधीक्षक कोरोना संक्रमित हो गए। ऐसे में अब सवालों के जवाब मिलने की रफ्तार धीमी होती नजर आ रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 08:41 AM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 08:41 AM (IST)
गृहकर शाखा की जांच पर कोरोना का साया
गृहकर शाखा की जांच पर कोरोना का साया

जागरण संवाददाता, रोहतक : उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि पशुपालन एवं डेयरिग विभाग हरियाणा की ओर से पशुओं की देखरेख एवं पालन के लिए पशु किसान क्रेडिट कार्ड (पीकेसीसी) प्रदान किया जाएगा। किसान क्रेडिट कार्ड से पशुपालन करने वाले किसानों को कार्यशील पूंजी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि पशुपालकों को एक गाय के लिए 40 हजार 783 रुपये, भैंस के लिए 60 हजार 249 रुपये, प्रत्येक भेड़, बकरी के लिए 4063 रुपये और सुअर के लिए 16 हजार 249 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह सहायता राशि भैंस के लिए 6 महीने तथा भेड़, बकरी सुअर के लिए 12 महीनों में बराबर किस्तों में प्रदान की जाएगी। कोरोना महामारी के इस दौर मे पशुपालकों के लिए यह योजना एक वरदान के समान है। इस योजना में एक लाख 60 हजार रुपये तक की राशि बिना किसी जमानत के प्रदान की जाएगी। यदि पशुपालन ऋण का भुगतान समय पर कर देता है और एक वर्ष की समयावधि में एक बार ऋण मात्र शून्य कर देता है, तो ब्याज राशि पर 3 प्रतिशत छूट का भी प्रावधान है। यह छूट ज्यादा से ज्यादा तीन लाख रुपये तक के ऋण पर दी जाएगी। पशु किसान क्रेडिट कार्ड से बाजार में प्रचलित अन्य किसी साधारण डेबिट कार्ड की तरह किसी भी एटीएम मशीन से राशि निकलवाने या बाजार से कोई भी खर्चदारी करने के लिए प्रमाणित लिमिट के अनुसार प्रयोग किया जा सकता है। कोई भी किसान पूरे दस्तावेजों के साथ इसके लिए बैंक में आवेदन कर सकता है। यदि पशुपालक किसान ने पहले से कोई डेयरी का लोन या खेत के लिए किसान केडिट कार्ड लिया हुआ है, तब भी वह इस योजना का लाभ उठा सकता है।

loksabha election banner

ड्राइविग लाइसेंस के लिए प्राथमिक सहायता का प्रशिक्षण अनिवार्य : उपायुक्त

रोहतक : उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि ड्राइविग लाइसेंस बनवाने के लिए सेंट जॉन एंबुलेंस जिला केंद्र के दिशा-निर्देशन में एक दिवसीय प्राथमिक सहायता का प्रशिक्षण अनिवार्य है। जिला रेडक्रास की ओर से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो चुका है। उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह से वन-डे बेसिक ट्रेनिग का ऑनलाइन प्रशिक्षण शुरू हो चुका है, जो कोई भी अभ्यर्थी सातों दिन में कहीं से भी अपना आवेदन कर सकता है। इस प्रशिक्षण के लिए कहीं भी जानें की आवश्यकता नहीं है। लेकिन इसके लिए पहले अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद ऑनलाइन ट्रेनिग कर सकता है। ट्रेनिग के बाद इसका प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.