Hisar weather Forecast : हरियाणा में फिर मेहरबान मानसून, हिसार समेत कई जिलों में जोरदार बारिश
बीते 12 दिनों में दो बार ही बारिश हुई है। आधा हरियाणा अभी भी सूखा पड़ा था। अब फिर से सक्रिय मानसून के कारण 10 जुलाई तक बारिश के आसार। अधिकतम तापमान भी कम हाेगा।
हिसार, जेएनएन। बारिश को लेकर कई दिनों से किया जा रहा इंतजार आज खत्म होने काे है। हिसार में दोपहर बाद बादल छाए तो अब झमाझम बारिश हुई। रुक रुक बारिश होने से गर्मी बेहद कम हो गई है, तो बारिश के फुहारों से मौसम खुशनुमा हो गया है। मगर पहली ही बारिश में हिसार शहर पानी पानी हो गया। सेक्टरों तक की गलियों में बुरी तरह से पानी भर गया। अर्बन एस्टेट में तालाब जैसे हालात बन गए तो वहीं अनाज मंडी में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। बुधवार दोपहर को रोहतक में भी झमाझम बारिश हुई तो वहीं कुरुक्षेत्र में तो पानी तक भर गया। उम्मीद जताई जा रही है कि अन्य कुछ जिलों में भी बारिश हो सकती है।
बता दें कि साउथ वेस्ट मानसून को अभी तक 12 दिन बीत चुके। मगर दो ही बार मानसून सक्रिय हुआ। अभी तक के सीजन में हुई बारिश का आकलन किया जाए तो आधे हरियाणा पर ही मानसून की मेहरबानी हुई है। बारिश के आंकड़े को देखें तो प्रदेश के 22 शहरों में से 10 शहरों में अभी तक सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। जबकि 12 शहरों में अच्छी बारिश दर्ज की गई है। यह आंकड़ा 7 जुलाई तक का है। ऐसे में चंडीगढ़, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, फरीदाबाद जैसे शहरों में बारिश ने लोगों को अभी काफी राहत दी है। जबकि हिसार, भिवानी, अंबाला, महेंद्रगढ़ में अभी भी सामान्य से कम बारिश हुई है।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में मानसून फिर से सक्रिय हो चुका है। ऐसे में राज्य में ज्यादातर क्षेत्रों में 10 जुलाई तक बीच-बीच में बादलवाई व कहीं-कहीं हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बन रही है। ऐसे में तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
कृषि मौसम विज्ञान विभाग, चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि दक्षिण पश्चिमी मॉनसून अनुकूल परिस्थितियों के कारण आगे बढ़ता हुआ 4 जुलाई से हरियाणा राज्य में सक्रिय होने की संभावना थी। परन्तु अरब सागर में एक सरकुलेशन सिस्टम बन गया जिससे नमी वाली हवाएं गुजरात व राजस्थान से आगे नही बढ़ी और बंगाल की खाड़ी की तरफ से भी नमी वाली हवाएं उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड तक ही बढ़ी हुई है।
जिससे राज्य में पिछले तीन दिनों में उतरी हरियाणा में मध्यम बारीश परन्तु पश्चिमी व दक्षिण हरियाणा में कुछ एक स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज हुई है। परन्तु बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाएं वापस हिमालय की तलहटियों की तरफ व पूर्वोत्तर की तरफ जाने की संभावना है परंतु अरब सागर में आने वाली नमी वाली हवाएं राजस्थान से आगे बढ़ने की अनुकूल परिस्थितियां बनने से राज्य में 10 जुलाई के बीच हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है ।
मौसम पूर्वानुमान
अरब सागर से नमी वाली मानसूनी हवाएं आने की संभावना से हरियाणा राज्य में 12 जुलाई तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील व बीच बीच में आंशिक बादल परन्तु आज रात्रि से 10 जुलाई के बीच-बीच मे हरियाणा में तेज हवाओं के साथ उतरी हरियाणा में कहीं कहीं मध्यम से अच्छी बारिश परन्तु पश्चिमी व दक्षिण हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है राज्य में इस दौरान तापमान सामान्य के आसपास ही बने रहने की संभावना है।
मौसम आधारित कृषि सलाह:-
1. अगले दो -तीन बारिश की संभावना को देखते हुए धान की रोपाई जारी रखें।
2. बाजरा ग्वार आदि खरीफ फसलों के उत्तम किस्मों के बीजों का प्रबंध करे तथा उचित नमी होने पर बिजाई मौसम साफ होने पर ही करे।
3. नरमा कपास में निराई गुड़ाई कर नमी संचित करे।
4. प्रमाणित नर्सरी से उत्तम किस्मों के फलदार पौधों को लेकर खेतों में लगाना शुरू करे ।
अन्य कृषि सलाह
1. किसान भाई टिड्डी दल के प्रति सजग रहे तथा खेतों में लगातार निगरानी रखें। यदि खेत में कहीं भी टिड्डी दिखाई दे तो तुरंत नजदीक के कृषि अधिकारी व कृषि विज्ञान केंद्र/ विश्विद्यालय के कीटविज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों को तुरन्त सूचित करें।
2. कोरेना से बचाव हेतु किसान भाई मुंह पर मास्क या गमछा रखें, मंडी/ गांव व खेत में काम करते समय एक दूसरे के बीच व्यक्तिगत दूरी बना कर अवश्य रखें तथा हाथों को समय समय पर साबुन या सेनेटाइजर से अवश्य साफ करें। स्वछता का ध्यान अवश्य रखें।