युद्ध विजय की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य फतेहाबाद में 22 जनवरी को निकलेगी विजय ज्योति
16 दिसंबर 1971 को भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की सेना पर एक धमाकेदार और ऐतिहासिक जीत हासिल की। जिसके कारण बांग्लादेश के नए राष्ट्र का निर्माण हुआ और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पारंपरिक युद्ध में सबसे बड़ा सैन्य आत्मसमर्पण हुआ।
फतेहाबाद, जेएनएन। वर्ष 1971 युद्ध के रणबांकुरों के सम्मान में और 1971 युद्ध विजय की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विजय ज्योति 22 जनवरी को जिला के विभिन्न गांवों से गुजरेगी। गांव से गुजरने के बाद इस ज्योति का अंतिम पंडाव सैनिक बोर्ड में होगा। इस दौरान डॉट डिविजन द्वारा भूतपूर्व युद्ध सैनिकों के परिवार तथा वीर नारियों को गांव किरढा़न, ढिंगसरा और धौलू गांवों में सम्मानित भी किया जाएगा।
हर भारतीय उन शहीदों द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान तथा उनके परिवार के संघर्ष का ऋणी है। यह उनके बलिदान का ही नतीजा है, जो हमनें ऐतिहासिक विजय हासिल की। जिले के लिए यह पहला अवसर होगा कि जब विजय ज्योती जिले के उन गांवों से गुजरेगी जहां सबसे अधिक सैनिक है।
उल्लेखनीय है कि 16 दिसंबर 1971 को, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की सेना पर एक धमाकेदार और ऐतिहासिक जीत हासिल की। जिसके कारण बांग्लादेश के नए राष्ट्र का निर्माण हुआ और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पारंपरिक युद्ध में सबसे बड़ा सैन्य आत्मसमर्पण हुआ। 16 दिसंबर 2020 से, राष्ट्र 1971 के युद्ध के नायकों को पहचानने और याद रखने के उद्देश्य से 1971 के युद्ध की जीत के 50 साल का जश्न मना रहा है।
भारतीय सशस्त्र बलों की इस जीत का प्रदर्शन करने के लिए वर्ष 2021 को स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मनाया जाने की योजना बनाई गई है। जिसमें देशव्यापी वार्षिक उत्सव मनाया जा रहा है। इन घटनाओं के माध्यम से 1971 के युद्ध के भारतीय सशस्त्र बलों के वीर सैनिकों द्वारा की गई वीरता और बलिदानों को पहचानने और उन्हें सम्मानित करने का प्रयास किया जा रहा है और साथ ही पूरे देश में इस अवसर का जश्न मनाया जा रहा है।
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हमारे जिले में 22 जनवरी को यह विजय ज्योति पहुंच रही है। जिले के गांव किरढान, ढिंगसरा और धौलू गांवों में पूर्व सैनिकों को सम्मानित भी किया जाएगा। यह हमारे लिए गौरव का दिन होगा जब विजय ज्योति आ रही है। इसके लिए कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। जिन गांवों में सबसे अधिक सैनिक रहे है वहां पर पूर्व सैनिकों को सम्मानित भी किया जाएगा।
डा. नरहरि सिंह बांगड़
उपायुक्त फतेहाबाद।