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अजब-गजब : बटन दबाते ही रुक जाता है एस्केलेटर, चलाने के लिए बुलाने पड़ते हैं इंजीनियर

दो करोड़ की लागत से बना रेलवे एस्केलेटर नहीं आ रहा लोगों के काम। स्वचलित सीढिय़ों पर चढ़ते समय शरारती तत्व दबा देते हैं बटन भुगतना पड़ता है यात्रियों को सुविधा बनी बेअसर

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 04:15 PM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 04:15 PM (IST)
अजब-गजब : बटन दबाते ही रुक जाता है एस्केलेटर, चलाने के लिए बुलाने पड़ते हैं इंजीनियर
अजब-गजब : बटन दबाते ही रुक जाता है एस्केलेटर, चलाने के लिए बुलाने पड़ते हैं इंजीनियर

हिसार [अजय सिंह बिष्ट] हिसार रेलवे स्‍टेशन पर स्‍वचालित सीढि़यां लगी तो लोगों ने राहत की सांस ली कि अब सीढि़यों पर चढ़ पसीने से तर बतर नहीं होना होगा। मगर यह सुविधा ज्‍यादा दिन चल न सकी और हिसार जंक्शन पर रेलवे स्टेशन के एक नंबर प्लेटफॉर्म पर लगी एस्केलेटर यात्रियों के लिए बंद है।

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कारण है एस्केलेटर के पास लगा लाल बटन। यह लाल बटन एस्केलेटर के पास शुरुआत में लगा हुआ है। इस लाल बटन को दबाने से स्वचलित सीढिय़ां बंद हो जाती हैं। अगर इन्हें फिर से चलाना हो तो रेलवे को इंजीनियर बुलाने पड़ते हैं। पिछले कुछ दिनों ने एस्केलेटर का लाभ यात्रियों को नहीं मिल रहा है।

कई बुजुर्ग यात्रियों ने बताया कि उन्हें सीढिय़ां चढऩे में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक तो यह पुल रेलवे प्लेटफॉर्म से काफी दूर है और ऊपर से उनके लिए सीढिय़ों पर चढऩा और मुश्किल हो जाता है। कुछ रेगुलर यात्रियों द्वारा बताया गया कि उद्घाटन के कुछ दिन तक चालू रहने के बाद यह एस्केलेटर एकदम से बंद हो गया।

दो करोड़ की लागत से बनी यह स्व:चलित सीढिय़ां काफी समय से बंद पड़ी हैं। स्टेशन अधीक्षक महेंद्र पाल चुघ से पूछने पर उन्होंने बताया कि एस्केलेटर के बंद होने का कारण कुछ शरारती तत्व हैं जो इन स्व:चलित सीढिय़ों पर लगे स्टॉप बटन को दबा देते हैं और फिर से इनको पुन: चालू करने के लिए मैकेनिक को बुलाना पड़ता है।

बुजुर्गों व दिव्यांगों को हो रही समस्या

इस पर सवाल यह उठता है कि अगर यह एस्केलेटर किसी की शरारत के कारण बंद होता है तो विभाग ने सीढिय़ों पर कोई सुरक्षाकर्मी क्यों नहीं तैनात किया है? यात्रियों ने बताया कि रेलवे को स्व:चलित सीढिय़ों के स्टॉप बटन को सुरक्षित करने के उपाय करने चाहिए। दूसरी तरफ अगर इसका मेंटेंनेस का काम जारी है तो विभाग को जल्द से जल्द इसका काम पूरा करवाकर चालू करवाए जिससे बुजुर्गों और दिव्यांगों के साथ-साथ आम लोगों को भी आने-जाने में सुविधा हो सके। पुराने पुल को तोड़कर बनाया गया नया पुल और स्व:चलित सीढिय़ों का निर्माण रेलवे स्टेशन आने-जाने वाले लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया था, पर किन्हीं कारणों से इसके बंद हो जाने पर इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है।

---मेरे संज्ञान में अभी यह मामला आया है। मैं मंगलवार को रेलवे के टेक्निकल अधिकारियों से बात कर समस्या का समाधान करवाता हूं।

- जितेंद्र मीणा, सीनियर डीसीएम, बीकानेर डिवीजन


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