हिसार पब्लिक हेल्थ का दावा: जलभराव नहीं होने देंगे, हकीकत: पिछली मानसून में हुआ था बुरा हाल
मंडल आयुक्त विनय सिंह ने जिला में बाढ़ नियंत्रण उपायों की समीक्षा। अधिकारियों से तैयारियों का लिया जायजा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को गंभीरता से कार्य करने की हिदायतें दी
हिसार, जेएनएन। मानसून ने हरियाणा में दस्तक दे दी है। मौसम विभाग की मानें तो वीरवार को हिसार में बारिश हो सकती है। मंडलायुक्त विनय सिंह ने बाढ़ नियंत्रण के उपायों को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में पब्लिक हेल्थ से पूछा गया कि शहर में जलभराव न हो इस पर उन्होंने जवाब दिया कि निगम क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में सीवरेज व बरसाती पानी की निकासी के लिए आयुक्त को अवगत करवाया गया कि निकासी के लिए पंपसेट इंस्टाल कर दिए गए हैं और ये सही प्रकार से कार्य कर रहे हैं।
निगम क्षेत्र में 18 स्थान ऐसे हैं जहां पानी की निकासी 2 से 3 घंटे में होती थी, ऐसे क्षेत्रों में वैकल्पिक प्रबंध किए जा रहे हैं ताकि जल निकासी जल्द से जल्द हो सके। जबकि हकीकत यह है कि पिछले दिनों हल्की बारिश में ही शहर में विभिन्न स्थानों पर जलभराव की स्थिति पैदा हो गई थी। हर बार जल निकासी के दावे तो बहुत किए जाते हैं मगर मानसून में शहर को बारिश के पानी से निजात नहीं मिलती।
अभी तक पिछड़ा है सिंचाई विभाग का काम, दिए कड़े निर्देश
हिसार मंडल आयुक्त विनय सिंह ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। सिंचाई विभाग का कार्य अभी भी पेंडिंग है। मंडलायुक्त ने कहा कि वह बाढ़ नियंत्रण के दृष्टिगत चल रहे कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करवाएं। इसको लेकर सीएम ने पहले ही कार्यों की सीमा निर्धारित कर दी थी, उन्हें प्राथमिकता के अधार पर पूरा कराएं। नारनौंद क्षेत्र की विभिन्न ड्रेन, नहरों, नालों इत्यादि की गाद आदि को निकालने के कार्य में लगे मनरेगा श्रमिकों की सुविधा के संबंध में भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग ऐसी जगहों पर खड़े जल को बाहर निकलवाए ताकि गाद आदि निकालने में श्रमिकों को परेशानी न हो।
पंप सेट के इंस्टालिंग का तलब किया सर्टिफिकेट
मंडलायुक्त ने पंपिंग साइट के क्रियान्वयन को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस संबंध में प्रमाण पत्र दें कि उन्होंने विभिन्न स्थलों पर पंपिंग सेट इंस्टाल करवा लिए हैं और वे सही प्रकार से कार्य कर रहे हैं। आयुक्त ने अधिकारियों से निचले एरिया में बाढ़ के कारण से होने वाले फसली नुकसान की समस्या के समाधान को लेकर भी उपाय ढूंढने को कहा। मानसून सीजन में जिला को बाढ़ की स्थिति से बचाने के लिए जरूरी है कि अतिरिक्त पानी की निकासी की सभी तैयारियां समय पर पूरी की जाएं। इसके लिए सिंचाई विभाग अपनी सभी ड्रेन व अन्य जल निकासी परियोजनाओं की सफाई आदि के कार्य समय पर पूर्ण करवाए और पंप, इंजन व अन्य उपकरण चालू हालत में रखना सुनिश्चित करे।
बाढ़ के लिए बना कंट्रोल रूम
इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी राजबीर धीमान ने आयुक्त को अवगत करवाया कि बाढ़ नियंत्रण उपायों को लेकर जिला में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। बाढ़ राहत के प्रबंधों के लिए अधिकारियों की ड्यूटियां भी लगा दी गई हैं।