हिसार नगर निगम फिर बंद, गृहकर की जांच पर कोरोना का साया, अधीक्षक सहित तीन कर्मचारी पॉजिटिव
6 नवंबर को नगर निगम प्रशासन ने हाउस की साधारण बैठक बुलाई है। जिसमें गृहकर जांच से लेकर दूसरे मामलों में पार्षद निगम अफसरों से जवाब लेंगे। ऐसे में अब निगम में काफी हलचल मची हुई है। मगर निगम के बार बार बंद होने से इसमें पेच फंस सकता है
हिसार, जेएनएन। भ्रष्टाचार के मामलों में हिसार नगर निगम कर्मचारियों की किस्मत वाकइ में साथ दे रही है। कभी अधिकारी जांच कमेटी के पार्षदों को दनकिनार कर अपने स्तर पर जांच पूरी दिखा देते हैंं तो कभी पार्षदों पर आरोप लगकर जांच ठंडे बस्ते में चली जाती है। अब 6 नवंबर 2020 को हाउस की बैठक में पार्षद भूप सिंह रोहिल्ला ने गृहकर मामले में भ्रष्टाचार के जवाब मांगे ही थे कि गृहकर शाखा के अधीक्षक को कोरोना होते ही भ्रष्टाचार मामले में सवालों के जवाब मिलने की रफ्तार धीमी होती नजर आ रही है। ऐसे में कह सकते है कि गृहकर शाखा जांच पर कोरोना का साया मंडरा रहा है।
अधीक्षक सहित तीन कर्मचारी पॉजिटिव आने पर निगम बंद
नगर निगम की गृहकर शाखा की जिम्मेदारी संभाल रहे अधीक्षक सहित निगम के तीन कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आ गए हैंं, जिसके कारण अब गृहकर शाखा का काम तो प्रभावित हुआ ही है साथ ही कमिश्नर ने साेमवार को नगर निगम कार्यालय बंद करने के आदेश दे दिए हैंं। सोमवार को नगर निगम आमजन के लिए बंद कर दिया गया है। यह फैसला कोरोना से बचाव के मद्देजनर लिया गया है। इससे पहले भी निगम में कर्मचारी पॉजिटव आने पर से निगम दो-दो दिन के लिए बंद रहा है। अक्टूबर माह में नगर निगम के कई कर्मचारी पाॅजिटिव आ चुके है जिसके कारण कई बार निगम कार्यालय बंद रखा गया है।
6 नवंबर को है हाउस की बैठक
6 नवंबर को नगर निगम प्रशासन ने हाउस की साधारण बैठक बुलाई है। जिसमें गृहकर जांच से लेकर दूसरे मामलों में पार्षद निगम अफसरों से जवाब लेंगे। ऐसे में अब निगम में काफी हलचल मची हुई है। वहीं सर्वाधिक हलचल निगम की गृहकर शाखा में मची है कारण है कि पार्षदों के टारगेट में भ्रष्टाचार मामले में निगम की गहकर शाखा ही टारगेट पर है। इसमें नकली जी-8 से लेकर 5 हजार बैलेंस सीट शून्य करने तक के भ्रष्टाचार हुए है।