Hisar Lockdown Day 5 : प्रवासियों का घरों को लौटना जारी, मास्क लगा दूल्हा-दुल्हन के फेरे
लॉकडाउन का पांचवा दिन है। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं मगर प्रदेशों से हरियाणा में आए गरीब मजदूरों का पलायन नहीं रुक रहा है। भूखे पेट ही वे सिर पर सामान रख चल दिए हैं।
हिसार, जेएनएन। लॉकडाउन का पांचवा दिन है। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं, मगर प्रदेशों से हरियाणा में आए गरीब मजदूरों का पलायन नहीं रुक रहा है। भूखे पेट ही वे सिर पर सामान रख चल दिए हैं। हालांकि अभी इन्हें इनके घरों तक पहुंचाने के लिए हरियाणा सरकार ने कवायद शुरू कर दी है। सरकार ने बसों की व्यवस्था की है। मगर गांवों में मजदूरी करने वाले लोग बसों तक पहुंचने के लिए पैदल ही सफर तय कर रहे हैं।
रविवार को हिसार, सिरसा, झज्जर, रोहतक, बहादुरगढ़, चरखी दादरी, फतेहाबाद और अन्य जिलों से मजदूर यूपी, बिहार, मध्यप्रदेश में पलायन करते नजर आए। हिसार में रविवार को भी नाकों पर पुलिसकर्मी तैनात रहे और आने जाने वालों से पूछताछ करते नजर आए। लॉकडाउन के अंदर लोगों के जरूरी काम तो रुक गए हैं मगर इसी बीच शादी भी रोकी जा रही है।
जहां शादी हो रही है। वहां दो से पांच लोग ही आकर शादी की रस्म पूरी करवा रहे हैं। हिसार में ही दो केस सामने आ चुके हैं। शनिवार को 90 किलोमीटर दूर चरखी दादरी से पंकज अपनी दुल्हनियां लेने हिसार के शिकारपुर गांव में पहुंचा। मास्क लगाकर पहुंचे दूल्हे पंकज के साथ उसके पांच परिवार के लोग आए, जिनको प्रशासन ने इजाजत दी। वहीं अग्राेहा में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां के श्यामसुख गांव में दूल्हा दुल्हन ने मास्क लगा फेरे लिए।
मास्क पहनकर शादी करने पहुंचा पंकज, बोला-सभी नियमों का करूंगा पालन
चरखी दादरी निवासी पंकज की शनिवार को हिसार के शिकारपुर गांव में शादी थी। वह अपने पांच परिवार के लोगों की बरात लेकर पहुंचा। रास्ते में रुके तो पंकज ने बताया कि जो नियम सरकार ने तय किए हैं, उसके अनुसार ही वह आए हैं। उनको पांच लोगों को लाने की इजाजत मिली थी। रास्ते में उनसे सिर्फ जानकारी मांगी और किसी ने कुछ नहीं कहां। वह मास्क लगाकर शादी करेंगे और वापस जाएंगे।
खाना बांटने वालों की लगी रही कतारें
लोगों को खाना नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में लोगों ने हाथ आगे बढ़ाया और लोगों तक खाना पहुंचाया जा रहा है। हिसार समेत प्रदेशभर के जिलों में संस्थाएं पका खाना तो राशन बांट रहे हैं। राहगीरों को भी खाना मुहैया करवाया जा रहा है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से चार दिन पहले भारत को लॉकडाउन करने का ऐलान किया गया था। इसके चलते बस, ट्रेन, निजी वाहन भी बंद हो गए। यदि किसी को जरूरी काम से जाना होता है तो उसको प्रशासन से इजाजत लेनी पड़ती है। लॉकडाउन के चलते दूसरे शहरों में गए मजदूर वर्ग के लोग अब अपने घर जाने के लिए पैदल ही निकल गए हैं।