Coronavirus: हिसार में दिन का खाना छोड़ मैदान में डटे डॉक्टर व स्टाफ नर्स, 11 सैंपल नेगेटिव
चिकित्सकों व प्रशासन का प्रयास ला रहा रंग हिसार में अभी तक 11 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव।वायरस के शक में चेकअप के लिए आने वाले मरीजों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों को भी बचाव तरीके बताए
हिसार [सुभाष चंद्र] कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन व अन्य विभागों का प्रयास रंग ला रहा है कि अभी तक जिले में एक भी कोरोना का पॉजीटिव मरीज सामने नहीं आया है। जिले से अब तक 11 लोगों के कोरोना के टेस्ट हुए है। जिनमें से 6 लोगों के टेस्ट सिविल अस्पताल में आइसोलेशन में दाखिल होने के बाद रोहतक मेडिकल से करवाए गए। यह सभी निगेटिव रहे। वहीं 5 लोग अपने टेस्ट मानेसर स्थित लैब से करवाकर आए। यह भी सभी निगेटिव रहे है। ऐसे में जिले से अब कुल 11 लोगों की कोरोना की जांच हुई है। जिनमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव रही है। वहीं सोमवार को तीन सैंपल जांच के लिए भेजे गए है जिनमें से एक अग्रोहा की तथा दो सिविल अस्पतालों के आइसोलेशन में जांच करवाने के लिए आए मरीजों के भेजे गए है।
मरीजों व स्टाफ को लेकर बरती जा रही एहतियात
सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस के शक में चेकअप के लिए आने वाले मरीजों के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मियों को भी बचाव के तरीके बताए गए है, ताकि वो खुद भी स्वस्थ रहे और मरीजों का उपचार भी हो जाए। कोरोना जांच के लिए आने वाले मरीजों को पीपीई किट डालने पर शिफ्ट बदलते ही डिस्पोज करने के आदेश है। इसके अलावा पीपीई किट डालने के बाद चिकित्सकों को खाना ना खाने की भी हिदायत दे रखी है। क्योंकि पीपीई किट डालने के बाद अगर वो खाना खाते है तो उससे संक्रमण की संभावना है। ऐेसे में अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों ने स्वास्थ्य कर्मियों को नहाने के बाद ही खाना खाने के निर्देश दिए है। वहीं पीपीई किट को डालने व निकालने के तरीके बताए गए जिसमें डालते समय ग्लव्स सबसे पहले और उतारते समय ग्लव्स सब से आखिर में उतारने होते है। ग्लव्स को अंदरूनी साइड से उतारने के बारे में बताया गया है। मास्क को लगाने के बाद बाहर से टच नहीं करना है। यदि बाहरी ओर से टच करते है तो इंफेक्शन हो सकता है। मास्क का आउटरफेस टच होता है तो उसे सैनिटाइज करें। स्टाफ को हिदायत दे रखी है सुबह व शाम हैवी और हैल्दी डाइट ले। घर जाकर नहाओ और डिटोल डाल कर नहाने की हिदायत दे रखी है।
हिसार जिले से अभी तक भेजे गए सैंपल
कहां से हुए टेस्ट - संख्या - रिपोर्ट
मानेसर के छाबला से हुए टेस्ट - 5 - निगेटिव
रोहतक मेडिकल से हुए टेस्ट - 6 - निगेटिव
रोहतक मेडिकल भेजे गए सैंपल - 3 - रिपोर्ट पेंडिंग
मलेरिया विभाग व जीजेयू को किया गया सैनिटाइज
सोमवार देर रात मलेरिया विभाग व गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में बुक किए गए फेकल्टी हाउस के कमरों को सैनिटाइज किया गया। इस दौरान सीएमओ डा. रत्नाभारती भी सिविल अस्पताल में उपस्थित रही। जिनकी देखरेख में कर्मचारियों ने सिविल अस्पताल, मलेरिया विभाग और गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यासलय को सैनिटाइज किया।
जानिए...कोरोना फैलने की तीन स्टेज
पहली स्टेज - इसका मतलब है कि इस समय केवल विदेशों से आने वाले लोगों में यह संक्रमण पाया गया है।
दूसरी स्टेज - विदेशियों के संपर्क में पहले आए लोग (प्राइमरी कॉन्टेक्ट््स) है जो विदेशों से आए लोगों के संपर्क में आने के बाद संक्रमित हुए।
तीसरी स्टेज - तीसरी स्टेज वो है जब यह वायरस स्थानीय समुदाय में फैलने लगता है। यह सबसे गंभीर स्थिति है।
ब्लड बैंक में ब्लड की मात्रा घटी
कोरोना प्रकोप के चलते ब्लड कैंप आयोजित ना होने पाने के कारण सिविल अस्पताल में ब्लड की मात्रा घट गई है। अब सिर्फ 2 से 3 यूनिट प्रत्येक ग्रुप का बचा हुआ है। ऐसे में डा. जितेंद्र कपूर ने जिलावासियों से अपील की है कि चूंंकि ब्लड कैंप आयोजित नहीं किए जा रहे, ऐेसे में जो ब्लड डोनेट करना चाहते है वो सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में आकर ब्लड डोनेट कर सकते है।