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Haryana Weather update: 10 अगस्त तक बरसेगा मानसून, उसके बाद ऐसा रहेगा हरियाणा का मौसम

हरियाणा में 10 अगस्त तक बूंदाबांदी और बारिश की संभावना है। यह बारिश सभी फसलों के लिए फायदेमंद है।गर्मी और उमस से राहत नहीं है। हिसार में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Fri, 06 Aug 2021 11:45 AM (IST)Updated: Fri, 06 Aug 2021 11:45 AM (IST)
Haryana Weather update: 10 अगस्त तक बरसेगा मानसून, उसके बाद ऐसा रहेगा हरियाणा का मौसम
शनिवार से मौसम साफ रहने की उम्मीद है।

जागरण संवाददाता, हिसार। हरियाणा में 10 अगस्त तक मौसम परिवर्तनशील है। मानसून सक्रिय है। ऐसे में हरियाणा में कुछ एक स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। मगर शनिवार से मौसम साफ होने की उम्मीद है। प्रदेश में अभी भी मानसून की सक्रियता के कारण बारिश भी कहीं-कहीं हो रही है।

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हिसार में चार एमएम बारिश दर्ज की गई। अर्बन एस्टेट, इंडस्ट्रियल एरिया, दिल्ली रोड पर बारिश हुई मगर शहर में अन्य स्थानों पर बारिश नहीं थी। ऐसे में लोगाें को बारिश अधिक राहत नहीं दे सकी। हालांकि मौसम सुहाना काफी हद तक होता दिखाई दिया। हिसार में सामान्य से एक डिग्री कम होकर 35 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। मौसम विज्ञानियों की मानें ताे प्रदेश में मानसून सक्रिय बने रहने से 10 अगस्त तक मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान बीच-बीच में हवाओं व गरज चमक के साथ कहीं-कहीं बारिश संभावित है।

कपास में यह उपाय करें किसान

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विज्ञानियों की मानें तो मानसून की सक्रियता बने रहने से हरियाणा राज्य में 10 अगस्त तक कहीं-कहीं हवायों व गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। यह बारिश सभी फसलों के लिए फायदेमंद है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सस्य विज्ञानी डा. करमल मलिक ने बताया कि कपास की फसल के लिए यह बारिश काफी फायदेमंद है। किसान खोदी करने का काम करें। इसके साथ ही कीटों की स्थिति देकर विश्वविद्यालय की सिफारिश पर रसायन का छिड़काव करें। जहां अधिक बारिश हो वहां पानी को अधिक खेतों में न भरा रहने दें।

पानी भरा तो खेतों में हो सकता है नुकसान

वरिष्ठ सब्जी विज्ञानी डॉ. एके भाटिया ने बताया कि सब्जी वर्गीय फसलों में किसानों ने लौकी, बैंगन, तोरई, भिंडी आदि शामिल हैं। इनके लिए बारिश अच्छी है। मगर जहां अधिक बारिश होने से पानी भर गया है, वहां नुकसान हो सकता है। ऐसे में खेतों में अत्यधिक पानी न भरने दें। इसी प्रकार धान की फसल के लिए यह बारिश अच्छी और फायदेमंद है।

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