Move to Jagran APP

हरियाणा में फिर से बढ़ी गर्मी ने किया बेहाल, एसी से भी नहीं मिल रही राहत, जानें आगे क्या रहेगा मौसम

हरियाणा में अभी भी गर्मी चरम पर बनी हुई है। भाद्रपद की धूप त्वचा जला रही है। आलम यह है कि एक सप्ताह से कूलर एसी भी दिन के वक्त सही से राहत नहीं दे पा रहे हैं। हालांकि रात के समय गर्मी कम हो जाती है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 26 Aug 2021 12:19 PM (IST)Updated: Thu, 26 Aug 2021 12:19 PM (IST)
हरियाणा में फिर से बढ़ी गर्मी ने किया बेहाल, एसी से भी नहीं मिल रही राहत, जानें आगे क्या रहेगा मौसम
हरियाणा में उमस और धूप ने बेहाल कर दिया है, मौसम विज्ञानियों ने मानसून को लेकर जानकारी दी है

जागरण संवाददाता, हिसार। भले ही सावन का महीना बीत गया मगर हरियाणा में अभी भी गर्मी चरम पर बनी हुई है। भाद्रपद की धूप त्वचा जला रही है। आलम यह है कि एक सप्ताह से कूलर एसी भी दिन के वक्त सही से राहत नहीं दे पा रहे हैं। हालांकि रात के समय गर्मी कम हो जाती है। वहीं मानसून को देखें तो हरियाणा में कई दिनों से बारिश नहीं हुई है। मौजूदा समय में मानसून ब्रेक की स्थिति चल रही है। जिसके कारण गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि हिसार में दिन का तापमान लगातार बढ़ रहा है। कुछ दिन पहले 29 डिग्री सेल्सियस से तापमान बढ़कर 36 डिग्री सेल्सियस से अधिक है।

loksabha election banner

यह है मानसून की स्थिति

बंगाल की खाड़ी में बने एक कम दबाब के क्षेत्र व साथ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से मानसूनी हवा की सक्रियता बढ़ने से राज्य में 20 अगस्त से 23 अगस्त के दौरान राज्य के उत्तर व दक्षिण क्षेत्रों के ज्यादातर जिलों में बारिश हुई मगर राज्य के पाश्चिमी जिलों में बादलवाई व कुछ एक स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई। मानसून की टर्फ रेखा अब बीकानेर, भिवानी, दिल्ली, बरेली, गोरखपुर, दरभंगा, उत्तर पूर्व असम तक बनी हुई है जिसका पाश्चिमी छोर अगले 24 घंटों में हिमालय की तलहटियों की तरफ बढ़ने की संभावना को देखते हुए राज्य में मानसूनी हवा थोड़ी कमजोर हो जाने से मानसून ब्रेक की सिथति अगले चार दिनों तक बनने की संभावना बन रही है।

इस बदलाव से यह पड़ेगा प्रभाव

इस मौसम परिवर्तन से हरियाणा में 27 अगस्त तक आमतौर पर मौसम परिवर्तनशील रहने, बीच- बीच में आंशिक बादल तथा हल्की गति से पाश्चिमी हवा चलने की संभावना है। जिससे दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज होने की संभावना है। इस दौरान राज्य के उत्तरी क्षेत्र में कुछ एक स्थानों पर हल्की बारिश की भी संभावना है। दक्षिण पश्चिम मानसून जून से शुरू होकर जुलाई और अगस्त पूरा कर रहा है। ऐसे में फतेहाबाद, गुरुग्राम, हिसार, झज्जर, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, करनाल में अधिक बारिश हुई है। वहीं अंबाला, भिवानी, चरखी दादरी, फरीदाबाद, पंचकूला, रोहतक, यमुनानगर में अभी भी सामान्य से कम बारिश है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.