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Haryana Roadways: रोहतक में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा बोले, रोहवेज के बेड़े में शामिल हुई हैं सैंकड़ों बसें

परिवहन मंत्री मूलचंद ने कहा कि परिवहन विभाग कमाई का साधन नहीं है बल्कि यह गरीब का साधन है। हर गांव और शहर के आदमी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने का साधन रोडवेज बसें है। हरयािणा रोडवेज कभी फायदे का सौदा नहीं रहा है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sun, 21 Nov 2021 05:47 PM (IST)Updated: Sun, 21 Nov 2021 05:47 PM (IST)
Haryana Roadways: रोहतक में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा बोले, रोहवेज के बेड़े में शामिल हुई हैं सैंकड़ों बसें
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा रोहतक में चौबीसी परिवार के सम्मान समारोह में हुए शामिल।

रोहतक, जागरण संवाददाता। हरियाणा राज्य का परिवहन विभाग निजीकरण की तरफ नहीं जा रहा है। सरकार ने पिछले सालों में साढ़े पांच हजार चालक परिचालक आदि कर्मचारियों को परिवहन बेड़े में शामिल किया। 150 मिनी बसें व 800 से अधिक अन्य बसें भी बेड़े में शामिल की गई। आने वाले समय में बेड़े में और भी बसें लेकर आ रहे हैं। यह बात प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कही। वे रविवार दोपहर बाद रोहतक के झज्जर रोड स्थित जैन जती जी में चौबीसी परिवार की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

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आम जनता को हुई सुविधा 

मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान मूलचंद ने कहा कि परिवहन विभाग कमाई का साधन नहीं है, बल्कि यह गरीब का साधन है। हर गांव और शहर के आदमी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने का साधन रोडवेज बसें है। हरयािणा रोडवेज कभी फायदे का सौदा नहीं रहा है। बल्कि यह पहले से ही घाटे का सौदा बना रहा है। पारदर्शिता बढ़ाते हुए आगामी समय में सरकार बसों व कर्मचारियों के कार्याें पर नजर रखेगी।

ऐसा प्रावधान किया जा रहा है कि चंडीगढ़ में बैठे बैठे ही पता चल जाएगा। कौन सी बस कहां चल रही है, किस रूट पर चलाई जा रही है। पूर्व की दूसरी पार्टियों की सरकारों में जो भ्रष्टाचार हुआ है वह अब नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से अब सात तारीख को सबका वेतन खाते में आ जाता है। सरकार पारदर्शिता से कार्य कर रही है। सीएम ने नारा दिया था, ना पर्ची ना खर्ची। उस नारे काे साकार किया जा रहा है। 

सीएम ने भ्रष्टाचार के रास्ते किए बंद

पूर्व की दूसरे दलों की सरकारों में भ्रष्टाचार के जो रास्ते थे, उन्हें बंद किया गया है। वर्तमान में जिसके बच्चे पढ़ाई करते हैं वो ही नौकरी लग रहे हैं। पहले नौकरियों में भाई भतीजावाद था। तीन कृषी कानूनों पर मंत्री ने कहा कि तीन कृषि कानून किसानों के हित में हैं। लेकिन कुछ किसान नहीं समझ पाए। प्रधानमंत्री ने किसानों के हित में फैसला लिया और देश हित में कृषि काननू वापस लेने का ऐलान कर दिया है। 

एक परिवार की सरकार नहीं है भाजपा

भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की तरह किसी एक परिवार की सरकार नहीं है। भाजपा में सब मिलकर देश हित में फैसला लिया जाता है। इस अवसर पर पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, भाजपा जिला अध्यक्ष अजय बंसल, नगर निगम मेयर मनमोहन गोयल, समाजसेवी व उद्योगपति राजेश जैन, महामंडलेश्वर स्वामी डा. परमानंद सहित चौबीसी परिवार के तमाम सदस्य भी मौजूद रहे। 


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