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Haryana Monsoon Update: हरियाणा में बढ़ने लगा तापमान, बारिश की संभावना कम, जानें कब बदलेगा मौसम

उत्तरी हरियाणा कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। मानसूनी टर्फ रेखा हिमालय की तलहटियाें की तरफ जाने के कारण मानसून पर ब्रेक रहा है। इस सीजन में तीन बार मानसूनी टर्फ रेखा पहाड़ों की तरफ जा चुकी। ऐसे में मैदाली इलाकों में बारिश होने की संभावना कम है

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 13 Aug 2021 02:05 PM (IST)Updated: Fri, 13 Aug 2021 02:05 PM (IST)
Haryana Monsoon Update: हरियाणा में बढ़ने लगा तापमान, बारिश की संभावना कम, जानें कब बदलेगा मौसम
हरियाणा में अब कई दिनों तक बारिश नहीं होने का अनुमान है, मगर फिर मौसम बदलेगा

जागरण संवाददाता, हिसार। दक्षिण पश्चिम मानसून में एक बार फिर मानसून की हवा पर ब्रेक लगने से तापमान में बढ़ोतरी दिखाई दे रही है। हिसार में दिन का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तक चला गया है। आगामी दिनों में इससे भी अधिक तापमान बढ़ सकता है। वहीं दूसरी ओर हरियाणा में करीब एक सप्‍ताह तक बारिश होने की संभावना कम है ऐसे में आद्रता में भी इजाफा हो रहा है। हालांकि कुछ हद तक बारिश न होने से फसलों को फायदा भी होगा। ग्वार में अधिक बारिश होने से फसल में कीट आदि की समस्या हो जाएगी जिसे संभालना काफी मुश्किल होगा। वहीं जिन क्षेत्रों में फसल डूब गई थीं, वहां भी बारिश न होने से फसलें बच जाएंगी। हालांकि बिरानी क्षेत्रों में बारिश की दरकार अभी भी बनी हुई है।

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हिमालय की तलहटियों में पहुंचा मानसून

उत्तरी हरियाणा कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। मानसूनी टर्फ रेखा हिमालय की तलहटियाें की तरफ जाने के कारण मानसून पर ब्रेक रहा है। इस सीजन में तीन बार मानसूनी टर्फ रेखा पहाड़ों की तरफ जा चुकी है। पहाड़ों की तरफ हवाएं जाने से उन्हीं क्षेत्रों में बारिश करती हैं जबकि मैदानी इलाकों में बारिश रुक जाती है। वहीं अभी तक हरियाणा में मानसून की बारिश के कारण वायु काफी हवा चल रही थी। मगर अब प्रदूषण हवा में बढ़ने लगा है। अगर वायु प्रदूषण को देखें तो गुरुग्राम में 104, जींद में 114, कैथल में 147, मानेसर में 124, पलवल में 88, पंचकूला में 78 तो हिसार में 87 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज किया गया।

17 अगस्त को मौसम परिवर्तनशील

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि मानसून की टर्फ रेखा अमृतसर, कुरुक्षेत्र, मेरठ, गोरखपुर, मुजफ्फरपुर, जलपाईगुड़ी से उत्तरपूर्व की तरफ अरुणाचल प्रदेश तक बनी हुई है। जो अगले 24 से 48 घंटों में हिमालय की तलहटियों की तरफ बढ़ने की संभावना बन रही है। ऐसी स्थिति को देखते हुए राज्य में मानसूनी हवा कमजोर हो जाने से मानसून ब्रेक की सिथति बनने की संभावना बन रही है जिससे हरियाणा में मौसम 17 अगस्त तक आमतौर पर परिवर्तनशील रहने, बीच- बीच में हवा चलने की संभावना है। इस दौरान राज्य में कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना है।


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