Haryana Hisar Weather : फिर करवट बदलेगा मौसम, बारिश बढ़ाएगी किसानों की चिंता
पश्चिमी विक्षोभ के कारण किसानों को 30 अप्रैल को हल्की बारिश के चलते बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत है। 30 तक बारिश के आसार हैं।
हिसार, जेएनएन। बीते दो दिनों से भले ही बारिश नहीं हुई है मगर अभी भी बारिश का खतरा टला नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण किसानों को 30 अप्रैल को हल्की बारिश के चलते बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत है। 30 तक बारिश के आसार हैं। हिसार में मंगलवार को दिन का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो सामान्य से चार डिग्री कम है। तापमान में यह नरमी मौसम के परिवर्तन से है।
वहीं रात्रि तापमान में भी गिरावट देखने को मिल रही है। मगर सोमवार की तुलना में मंगलवार का दिन अधिक गर्म रहा। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खिचड़ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 30 अप्रैल तक परिवर्तनशील रहेगा। बीच-बीच में आंशिक बादल आने व हल्की गति से हवाएं चलेंगी। 30 अप्रैल तक बादलवाई व तेज हवाओं के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना है।
बता दें कि बीते दो दिन पहले ही प्रदेश के कई जिलों में भारी बरसात हुई थी, इसके कारण मंडियों में फसल भीग गई थी। अभी तक पूरे प्रदेश में गेहूं की फसल भी नहीं निकाली गई है तो वहीं मंडियों में फसल के ढेर को ढकने के भी इंतजाम नहीं है। ऐसे में बारिश के कारण किसानों में चिंता बनी हुई है।
मौसम से बचाव के लिण् किसान ये करें उपाय
1. सरसों, गेहूं, चने व अन्य फसलों की कटाई, कढाई करते समय बदलते मौसम का ध्यान रखें।
2. कटाई कर के फसलों के बंडल अवश्य बांधे ताकि हवा चलने से बिखर न सके।
3. कढाई उपरांत तूड़ी/भूसा को अवश्य ढंकें ताकि तेज हवाएं चलने पर उड़ न सके।
4. कढाई उपरांत अनाज को सुरक्षित स्थान पर रखें ताकि बारिश आने की अवस्था में भीग न सके।
5. फसल उत्पादन को बेचने के लिए मंडी ले जाते समय तिरपाल का प्रबंध अवश्य साथ रखें।
6. नरमा-कपास की बिजाई करते समय बदलते मौसम का ध्यान अवश्य रखें।