सब जूनियर नेशनल महिला हाकी चैंपियनशिप में चौथी बार चैंपियन बना हरियाणा, जश्न का माहौल
बेटियों ने सब जूनियर नेशनल चैंपियनिशप में लगातार चौथी बार खिताब जीता है। मणिपुर के इम्फाल में आयोजित 12वीं हाकी इंडिया सब जूनियर नेशनल महिला हाकी चैंपियनशिप में हरियाणा की बेटियों ने पूर्व उपविजेता झारखंड की टीम को फाइनल मुकाबले में 2-0 के स्कोर से पराजित किया है
पवन सिरोवा, हिसार : हाकी में हरियाणा की स्टिक का जादू छाया हुआ है। बेटियों ने सब जूनियर नेशनल चैंपियनिशप में लगातार चौथी बार चैंपियन का खिताब हासिल कर हरियाणा का खेल में मान बढ़ाया है। मणिपुर के इम्फाल में आयोजित 12वीं हाकी इंडिया सब जूनियर नेशनल महिला हाकी चैंपियनशिप में हरियाणा की बेटियों ने पूर्व उपविजेता झारखंड की टीम को फाइनल मुकाबले में 2-0 के स्कोर से पराजित कर चैंपियन का खिताब हासिल किया।
सीनियर हाकी कोच आजाद सिंह मलिक के मार्गदर्शन में टीम ने नेशनल चैंपियनशिप में सभी टीमों को एकतरफा पराजित कर अपनी खेल प्रतिभा का दबदबा बनाए रखा और विजेता बने। 11 मई से 22 मई तक हुई चैंपियनशिप में टीम में बतौर प्रबंधक पूजा मलिक साथ रही। टीम वीरवार को हिसार पहुंचेगी। हरियाणा कृषि विश्वविद्याल (एचयूए) के मैदान पर टीम का सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा।
टीम में 18 में से 10 खिलाड़ी हिसार से
कप्तान सावी सहित हरियाणा महिला हाकी टीम में 18 खिलाड़ियों में से 10 खिलाड़ी हिसार की शामिल थी। टीम का नेतृत्व भी बतौर कप्तान सावी के पास था। सावी ने इस टूर्नामेंट में बेहतर नेतृत्व के साथ साथ हाकी से भी मैदान में बेहतर खेल प्रतिभा का प्रदर्शन कर अपनी टीम को विजेता बनाने में अहम रोल अदा किया। टीम में 8 खिलाड़ी सोनीपत जिले के थे। यानि हिसार और सोनीपत दोनों टीमों के खिलाड़ी हरियाणा की टीम में शामिल हुआ और मणिपुर में टीम को चौथी बार चैंपियन बना दिया।
हरियाणा टीम का ऐसे रहा जीत का सिलसिला
फाइनल - उपविजेता झारखंड से 2-0 के स्कोर से मैच जीता।
सेमीफाइनल - मध्यप्रदेश से 8-0 के स्कोर से जीते।
क्वार्टर फाइनल - मिजोरम से 4-1 के स्कोर से जीते।
पुल ए के मैच - वेस्ट बंगाल से 7-0 से जीते। इस जीत के साथ टीम पुल टापर बनी।
पुल ए के मैच - जम्मू कश्मीर से 13-0 से जीते।
सावी ने टीम को फाइनल में पहुंचाने के लिए स्कोर की लगाई हैट्रिक
सेमीफाइनल मुकाबले में मध्यप्रदेश के खिलाफ खेलते हुए कप्तान ने अपनी जिम्मेदारी को बेहतरीन तरीके से निभाया। नेतृत्व के साथ साथ उन्होंने टीम को जीत दिलाने के लिए एक के बाद एक चार गोल किए। टूर्नामेंट में गोल करने की हैट्रिक जड़ दी। फाइनल में हुए दो गोल में भी सावी का अहम रोल रहा। दोनों गोल में पास सावी ने दिए। रिया और सजल ने पास को गोल में बदल दिया। इस प्रकार सावी ने टीम को जीत दिलाने में अहम रोल अदा किया।
---बेटियां हाकी में लगातार बेहतर खेल प्रतिभा का प्रदर्शन कर प्रदेश का मान बढ़ा रही है। लगातार चौथी बार टीम चैंपियन बनी है। यह उनकी कड़ी मेहनत का नतीजा है। बेटियों पर हमें गर्व है। टीम में 10 बेटियां हिसार से और 8 सोनीपत से है।
- आजाद सिंह मलिक, सीनियर हाकी कोच, हरियाणा।