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एयरफोर्स में भर्ती होने के लिए ले रहा था कोचिंग, दोस्तों को देख बन गया ठग, PUBG का दीवाना

मोबाइल पर क्यूआर कोड भेजकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का हांसी पुलिस ने भांडाफोड़ करते हुए राजस्थान के भरतपुर जिले के एक गांव के युवक को गिरफ्तार किया है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 05:29 PM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 05:29 PM (IST)
एयरफोर्स में भर्ती होने के लिए ले रहा था कोचिंग, दोस्तों को देख बन गया ठग, PUBG का दीवाना
एयरफोर्स में भर्ती होने के लिए ले रहा था कोचिंग, दोस्तों को देख बन गया ठग, PUBG का दीवाना

हांसी [मनप्रीत सिंह] मोबाइल पर क्यूआर कोड भेजकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का हांसी पुलिस ने भांडाफोड़ करते हुए राजस्थान के भरतपुर जिले के एक गांव के युवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक एयरफोर्स में भर्ती होकर देश सेवा करना चाहता था, लेकिन कोचिंग पूरी होने के बाद अपने गांव पहुंचा तो वहां ठगी के धंधे में संलिप्त युवकों की शान-ओ-शौकत से प्रभावित होकर शातिर ठग बन गया। मात्र 17 साल की उम्र में ही देश सेवा के जज्बे को किनारे कर सैनिकों के नाम पर ही ठगी करने लगा।

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ठगी को अंजाम देने के लिए सबसे पहले सामने वाले का विश्वास जीतना जरूरी होता है। ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले गिरोह के सदस्य स्वयं को सेना का जवान बताते और ज्यादातर ठगी की वारदातों को कैंट एरिया या आर्मी कैंप के आसपास दुकानों व होटलों में अंजाम देते थे। यह गिरोह राजस्थान के भरतपुर जिले के पुरेरी गांव में बैठकर ही पूरा नेटवर्क चलाता है। इस गांव के अधिकतर युवा ऑनलाइन फ्रॉड के धंधे में लिप्त हैं।

पबजी के दीवाने ठग

पुलिस की जांच में सामने आया है कि युवक ठगी करके ऑनलाइन मोबाइल या अन्य महंगे इलेक्ट्रोनिक्स सामान खरीदते थे। इस गिरोह में कोरियर सर्विस से जुड़े एजेंटों के संलिप्त होने के सबूत भी पुलिस के हाथ लगे हैं। युवक प्रतिबंधित पबजी गेम के दीवाने हैं और ऑनलाइन प्वाइंट खरीदने में भी ठगी की रकम का इस्तेमाल करते थे।

सैनिक बता पहले होटल में देते हजारों के खाने का ऑर्डर, फिर पेमेंट करने के नाम पर क्यूआर कोड भेज करते ठगी

हांसी: मोबाइल पर क्यूआर कोड भेजकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य पहले तो स्वयं को सैनिक बताकर दुकानों, होटलों व रेस्टोरेंट से खाने-पीने का हजारों का समान खरीदते व फिर सामने वाले को पेमेंट लेने के लिए क्यूआर कोड स्कैन करने की बात कहते। जैसे सामने दुकानदार या होटल संचालक क्यूआर कोड स्कैन करता उसके खाते से पैसे निकल जाते।

बता दें कि  हांसी में हाइवे पर स्थित एक होटल में इसी प्रकार से बीत मार्च में ठगी हुई थी। इसी मामले में जिला पुलिस ने की स्पेशल टीम ने कार्रवाई करते हुए एक युवक हांसी के बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है। यह युवक हांसी में फिर से दुकानों व होटलों के बारे में जानकारी जुटाने आए थे और पुलिस ने पहले से ही युवकों को पकडऩे के लिए जाल बिछा रखा था। गिरफ्तार किया गया युवक वारदात के समय नाबालिग था। पुलिस ने आरोपित युवक को ज्युवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश किया जहां से उसे  घंटे के लिए पुलिस अभिरक्षा में भेजा गया है। पुलिस ने आरोपित के कब्जे से एक मोबाइल फोन बरामद किया है।

पुलिस के लिए बड़ी सफलता है

इस मामले को सुलझाने में साइबर टीम की अहम भूमिका रही है। वर्तमान मामले में जिस युवक को गिरफ्तार किया है वह वारदात के समय नाबालिग था। यह युवक वर्तमान में राजस्थान के भरतपुर जिले के एक गांव का निवासी है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस गांव में बड़ी संख्या में युवक ऑनलाइन ठगी का धंधा करते है। पुलिस के लिए ये बड़ी सफलता है।

- लोकेंद्र ङ्क्षसह, एसपी


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