किसानों के समर्थन में रोहतक में अनुसूचित एवं पिछड़ा महापंचायत, किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी पहुंचे
रोहतक में अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग की महापंचायत हुई। किसानों के आंदोलन का समर्थन किया गया। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी व पूर्व सांसद डॉ. उदित राज भी पहुंचे। चढ़ूनी ने भाजपा सरकार को किसान और दलित विरोधी बताया।
रोहतक, जेएनएन। रोहतक के पुराना आइटीआइ मैदान में किसान आंदोलन के समर्थन में अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग की महापंचायत हुई। इस महापंचायत में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी व पूर्व सांसद डॉ. उदित राज ने विशेष रूप से शिरकत की। इस दौरान केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साथा गया। किसानों की मांगें पूरी न होने तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया गया।
महापंचायत का आयोजन मिशन एकता समिति की तरफ से किया गया। मिशन एकता समिति की अध्यक्ष कांता किसान नेता गुरनाम सिंह का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के साथ-साथ अनुसूचित व पिछड़ा वर्ग विरोधी है। चार महीने से भी अधिक समय से किसान अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन सरकार उनकी मांगों को सुनना तक उचित नहीं समझ रही है।
किसानों के साथ अन्याय कर रही केंद्र सरकार
चढ़ूनी ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। कृषि कानूनों के विरोध में 36 बिरादरी के लोग किसानों के साथ खड़े हैं। किसान आंदोलन को लेकर ही अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग की महापंचायत रोहतक में बुलाई गई है। जब तक किसानों की मांगों को पूरा नहीं कर दिया जाता तब तक अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग भी आंदोलन में उनके साथ कंधे से कंधा लगाकर लड़ाई लगेगा।
कोविड नियमों की उड़ीं धज्जियां
अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग महापंचायत में कोरोना महामारी बचाव के नियमों का पालन नहीं किया गया। मंच पर विराजमान नेतागण और सामने बैठे लोगों में से मास्क व सैनिटाइजर का इस्तेमाल किसी ने नहीं किया। न ही शारीरिक दूरी का ख्याल रखा गया। हाल ही में सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर नई गाइडलाइन जारी की थी। जिसमें भीड़ इकट्ठी करने पर प्रतिबंध भी लगाया गया है।
हिसार की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
यह भी पढ़ेंः Hisar KMP Jam live: 24 घंटे के लिए केएमपी जाम, लोगों के लिए खाने की व्यवस्था भी कर रहे किसान
यह भी पढ़ेंः बहन ने किया था सुसाइड का प्रयास, पता चलते ही दूसरी बहन ने लगा लिया फंदा
यह भी पढ़ेंः रोहतक में झोपड़ियों में आग के बाद 20 परिवार गायब, पुलिस को भी नहीं कोई भनक